Coin Vending Machines: हर आदमी की पहुंच में होगा नया सिक्का, RBI ने बैंकों के साथ मिलकर बनाया ये प्लान
QR Code based Coin Vending Machines भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से सिक्कों के वितरण के लिए पांच बैंकों के साथ मिलकर 12 शहरों में 19 लोकेशन पर एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है। (जागरण- फाइल फोटो)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। देश में सिक्कों का वितरण सरल बनाने के लिए आरबीआई तेजी से काम कर रहा है। मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक में मार्च में आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने एलान किया था कि देश के 12 शहरों में QR आधारित कॉइन वेंडिंग मशीन लगाई जाएगी, जिनके माध्यम से सिक्कों का वितरण किया जाएगा।
आरबीआई की वार्षिक रिपोर्ट 2022-23 में कहा गया कि मौजूदा समय में देश में सिक्कों का वितरण काउंटर के जरिए बैंक ब्रांच से किया जाता है। इसके साथ सिक्कों के वितरण को आसान बनाने के लिए केंद्रीय बैंक ग्रामीण, अर्धशहरी और दूरदराज के इलाकों में मोबाइल कॉइन वैन के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है। इसके साथ करेंसी चेस्ट ब्रांन्च पर कॉइन मेला का भी आयोजित किया जा रहा है।
सिक्का वितरण के लिए लॉन्च होगा पायलट प्रोजेक्ट
आरबीआई की ओर से वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया कि टेक्नोलॉजी की मदद से सिक्कों को वितरण को सुधारा जाएगा। इसके लिए केंद्रीय बैंक पांच बैंकों (एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, आईसीआईसीआई बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और फेडरल बैंक) के साथ मिलकर 12 शहरों (अहमदाबाद, बड़ौदा, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कानपुर, कोलकाता, मुंबई, नई दिल्ली, पटना, प्रयागराज और कोझिकोड) की 19 लोकेशन पर कॉइन वेंडिंग मशीन को लेकर पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने जा रहा है।
क्या है क्यूआर कोड आधारित कॉइन वेंडिंग मशीन (QCVM)?
क्यूआर कोड आधारित कॉइन वेंडिंग मशीन एक कैशलेस कॉइन डिस्पेंसेशन सिस्टम है। इसमें ग्राहक क्यूआर कोड पर स्कैन कर यूपीआई के जरिए भुगतान कर सकते हैं।
यह पारंपरिक कॉइन वेंडिंग मशीन से कितना अलग?
क्यूआर कोड आधारित वेंडिंग मशीन में बैंकनोट की आवश्यकता नहीं होगी। ग्राहक केवल स्कैन करके वांछित संख्या और मूल्यवर्ग के सिक्के ले सकेंगे। इसके लिए नोट के प्रमाणीकरण की भी आवश्यकता नहीं होगी।