घरेलू पूंजी बाजार में पी-नोट्स के जरिए निवेश बढ़ा
मार्च महीने में पी नोट्स के जरिए किए गए निवेश ने चार महीने का उच्चतम स्तर छुआ
नई दिल्ली (जेएनएन)। घरेलू पूंजी बाजार में पार्टीसिपेटरी नोट्स (पी नोट्स) के जरिए निवेश मार्च महीने में बढ़कर 1.78 लाख करोड़ रुपये रहा है। यह चार महीने का उच्चतम स्तर है। आपको बता दें कि सेबी की ओर से अवैध धन के प्रवाह को रोकने के लिए कड़े नियमों को लागू करने के बाद भी निवेश में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
सेबी के आंकड़ों के अनुसार मार्च महीने अंत तक भारतीय बाजार में पी-नोट्स के जरिये कुल निवेश 1,78,437 करोड़ रुपये रहा है, जो कि बीते महीने फरवरी में 1,70,191 करोड़ रुपये था।
इससे पहले जनवरी अंत में पी-नोट्स निवेश का आंकड़ा 1.75 लाख करोड़ रुपये था और दिसंबर अंत में यह आंकड़ा 1.57 लाख करोड़ रुपये रहा था। मार्च नहीने में, पी-नोट्स निवेश नवंबर के बाद से सबसे ज्यादा है। नवंबर में 1,79,648 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। मार्च अंत में इक्विटी में पी-नोट निवेश 1.12 लाख करोड़ रुपए रहा, जबकि शेष निवेश डेट और डेरीवेटिव्स मार्केट में हुआ है।
क्या होते हैं पी नोट्स
पी-नोट्स को पार्टिसिपेट्री नोट्स भी कहा जाता है। विदेशी निवेशक सीधे तौर पर भारतीय शेयर बाजार में निवेश करने में सक्षम नहीं होते हैं इसलिए वह रजिस्टरर्ड विदेशी ब्रोक्रेज हाउस का सहारा लेता है। निवेशकों को पी-नोट्स सेबी के पास रजिस्टजर्ड विदेशी ब्रोक्रेज हाउस ही जारी करता है। पी-नोट्स को विदेशी निवेशकों के लिए शेयर बाजार में निवेश करने का दस्ताटवेज भी कहा जाता है।
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