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Leave Encashment: क्या होता है लीव इनकैशमेंट? किस तरह छुट्टियों के बदले पैसा देती हैं कंपनियां

नियम के अनुसार सिक लीव और कैजुअल लीव को आप एक कैलेंडर ईयर में इस्तेमाल कर सकते हैं इसके बाद ये अपने-आप समाप्त हो जाती हैं। वहीं आप अर्न्ड लीव और प्रिवलेज लीव का Encashment करा सकते हैं। (फाइल फोटो)।

By Rammohan MishraEdited By: Rammohan MishraSat, 27 May 2023 07:25 AM (IST)
Leave Encashment: क्या होता है लीव इनकैशमेंट? किस तरह छुट्टियों के बदले पैसा देती हैं कंपनियां
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नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों को अलग-अलग तरह की छुट्टियां दी जाती हैं। कई बार कर्मचारी, कंपनी द्वारा दी गई विभिन्न छुट्टियों का लाभ नहीं उठा पाते हैं, उनके कोटे की लीव बची रह जाती हैं। ऐसे में कंपनी या संस्थान द्वारा कुछ अवकाश के बदले कर्मचारियों पैसे भी दिए जाते हैं।

इस प्रक्रिया को Leave Encashment के नाम से जानते हैं। हालांकि, सभी कंपनियों में इसको लेकर अलग-अलग नियम हैं। आइए, इसके बारे में जान लेते हैं।

Leave कितने तरह की होती हैं?

देश की सभी कॉर्पोरेट कंपनियां अपने कर्मचारियों को विभिन्न प्रकार के अवकाश प्रदान करती हैं। इनमें कैजुअल लीव (Casual Leave), अर्न्ड लीव (Earned), प्रिवलेज लीव (Privilege Leave) और सिक लीव (Sick Leave) शामिल हैं। अब बात आती है कि किस तरह से हम इनका लाभ उठा सकते हैं।

नियम के अनुसार, सिक लीव और कैजुअल लीव को आप एक कैलेंडर ईयर में इस्तेमाल कर सकते हैं, इसके बाद ये अपने-आप समाप्त हो जाती हैं। वहीं आप अर्न्ड लीव और प्रिवलेज लीव का Encashment भी करा सकते हैं। हालांकि, आपकी कंपनी में इसको लेकर अलग नियम भी हो सकते हैं।

Leave Encashment कितने दिनों में हो सकता है?

आमतौर पर एक कैलेंडर वर्ष में ज्यादा से ज्यादा 30 छुट्टियों का Leave Encashment कराया जा सकता है। नियम की बात करें तो भारत सरकार भी अपने कर्मचारियों को एक कैलेंडर वर्ष में 30 छुट्टियों को इनकैश कराने की छूट देती है। हालांकि, विभिन्न निजी कंपनियों में इसको लेकर अलग-अलग नियम हैं। कुछ कंपनियां साल खत्म होने के बाद ही Leave Encashment करती हैं तो कंपनियां कर्मचारी के इस्तीफे के बाद फुल एंड फाइनल के दौरान ये काम करती हैं।

Leave Encashment का पैसा कब मिलता है?

सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि कंपनियां छुट्टियों के बदले पैसे का भुगतान किस तरह से करती हैं। अगर आपको लगता है कि Leave Encashment प्रति छुट्टी के हिसाब से होता है तो आपको कन्फ्यूजन दूर करने की जरूरत है। दरअसल, कंपनियां अपने कर्मचारियों को उनकी बेसिक सैलरी और डीए के हिसाब से Leave Encashment के तहत भुगतान करती हैं।

Leave Encashment पर कितना टैक्स लगता है?

अभी तक प्राइवेट सक्टर के कर्मचारियों को लीव इनकैशमेंट पर 3 लाख रुपये तक की छूट दी जा रही थी। लेकिन अब सरकार ने इसे बढ़ा कर 25 लाख कर दिया है। आपको हता दें कि इस टैक्स बेनिफिट का लाभ कर्मचारी को तब मिलेगा, जब वो नौकरी बदलेंगे या फिर रिटायर होंगे। वहीं, अगर आप नौकरी के दौरान छुट्टी की जगह कैश ले रहें हैं तो इस लीव इनकैशमेंट पर आपको टैक्स भरना पड़ेगा, क्योंकि इसे भी सैलरी का हिस्सा माना जाता है।