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    25 जुलाई 1990 को 1,000 अंक पर था सेंसेक्स, अब पार किया 60,000 का आंकड़ा, जानिए तब से लेकर अब तक सफर

    पिछले कुछ वर्षों में इंडेक्स ने कई रिकॉर्ड स्तरों को पार किया। इंडेक्स पहली बार 6 फरवरी 2006 को 10000 अंक पर पहुंचा था। 29 अक्टूबर 2007 को इसने 20000 के स्तर को पार किया फिर 4 मार्च 2015 को बेंचमार्क ने 30000 के अंक को छुआ।

    By NiteshEdited By: Updated: Fri, 24 Sep 2021 03:21 PM (IST)
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    Journey of Sensex From 1000 mark on July 25 1990 to 60000 in over 31 years

    नई दिल्ली, पीटीआइ। सेंसेक्स के लिए 25 जुलाई 1990 को 1,000 के अंक से लेकर शुक्रवार को पहली बार 60,000 अंक तक पहुंचने तक यह ऐतिहासिक और यादगार यात्रा रही है। सेंसेक्स को 1,000 के स्तर से 60,000 के स्तर तक पहुंचने में 31 साल से थोड़ा अधिक समय लगा है।

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    पिछले कुछ वर्षों में इंडेक्स ने कई रिकॉर्ड स्तरों को पार किया। इंडेक्स पहली बार 6 फरवरी 2006 को 10,000 अंक पर पहुंचा था। 29 अक्टूबर 2007 को इसने 20000 के स्तर को पार किया, फिर 4 मार्च, 2015 को बेंचमार्क ने 30,000 के अंक को छुआ। बीएसई बेंचमार्क 23 मई, 2019 को 40,000 तक पहुंच गया। 21 जनवरी, 2021 को यह 50,000 अंक तक पहुंच गया था।

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    दिलचस्प बात यह है कि 2021 में ही इसने 50,000 के स्तर और 60,000 के स्तर को छू लिया, जबकि इस बीच COVID-19 से अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा। 1992 में हर्षद मेहता घोटाला देखने से लेकर 1993 में मुंबई और बीएसई की इमारत में विस्फोट, कारगिल युद्ध (1999), संयुक्त राज्य अमेरिका और भारतीय संसद में आतंकी हमले (2001), सत्यम घोटाला, वैश्विक वित्तीय संकट, विमुद्रीकरण, पीएनबी घोटाला और COVID- बीएसई के सीईओ आशीष कुमार चौहान द्वारा शुक्रवार को ट्वीट किए गए "जर्नी ऑफ सेंसेक्स" पर एक स्लाइड का सुझाव आया जिसमें बाजार ने पिछले कुछ वर्षों में कई अनिश्चितताओं का सामना किया है।

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    वैश्विक बाजारों में कमोडिटी बूम, वैश्विक तरलता, COVID-19 वैक्सीन अप्रूवल और टीकाकरण कार्यक्रम के रोलआउट के साथ कई वजहों से बाजार में तेजी आई। बीएसई बेंचमार्क इंडेक्स इस साल अब तक 25 फीसद से ज्यादा चढ़ा है। इस साल अगस्त में शेयर बाजार कई नई ऊंचाईयों पर पहुंचा। बीएसई का बेंचमार्क पिछले महीने 9 फीसद से ज्यादा चढ़ा था।