Nissan अपने स्पेन और इंडोनेशिया के प्लांट्स को करेगी बंद, कंपनी ने वैश्विक उत्पादन में की है 20 फीसद की कटौती
Nissan लागत में कटौती कर रही है और मुनाफे को बहाल करने के लिए परिचालन को फिर से शुरू कर रही है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। जापानी ऑटोमेकर कंपनी निसान स्पेन और इंडोनेशिया में अपने ऑटो प्लांट्स को बंद करने की योजना बना रही है। कोरोना वायरस महामारी के कारण वैश्विक मांग के गिरने और उत्पादन बाधित रहने के चलते 11 सालों में पहली बार ऐसे विकट संकट को देखते हुए निसान इन देशों में अपने प्लांट बंद करने की योजना बना रही है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, यूरोप में निसान के चेयरमैन जियानलुका डी फिची ने बताया कि कंपनी बार्सिलोना के मुख्य प्लांट और पास की ही दो सुविधाओं को दिसंबर महीने से बंद करने की योजना बना रही है, लेकिन कंपनी उत्तरी स्पेन में अपनी दो सुविधाओं को चालू रखेगी।
योकोहामा स्थित निसान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोकोटो उचिदा ने गुरुवार को बताया कि कंपनी का यूरोपीय उत्पादन सुंदरलैंड में अपने ब्रिटिश प्लांट में केंद्रित होगा। इंडोनेशिया बेस्ड मैन्युफैक्चरिंग थाइलैंड में चली जाएगी। मोकोटो ने बताया कि निसान ने वैश्विक उत्पादन में 20 फीसद की कटौती की है, इस कारण ही ये फैसले लिये जा रहे हैं।
#BREAKING Spain says Nissan to shut its Barcelona car plant employing 3,000 people pic.twitter.com/OBAAkDeLdY
— AFP news agency (@AFP) May 28, 2020
निसान मोटर कंपनी ने मार्च को पूरे हुए वित्त वर्ष में 6.2 अरब डॉलर का घाटा दर्ज किया है। यह कंपनी का साल 2009 के समय के वैश्विक वित्तीय संकट के बाद का पहला सालाना घाटा है। न्यूज एजेंसी एपी के अनुसार, कंपनी ने बताया कि अप्रैल महीने में उसके वैश्विक वाहन उत्पादन में एक साल पहले के 150,388 वाहनों की तुलना में 62 फीसद की गिरावट आई है। वहीं, कंपनी की वैश्विक वाहन बिक्री पिछले महीने में 42 फीसद गिर गई है। मार्च में समाप्त हुए वित्त वर्ष में निसान की बिक्री 15 फीसद गिरकर 9.9 ट्रिलियन येन (91.6 अरब डॉलर) की रही है।
उचिदा ने कहा, 'भविष्य अस्पष्ट है और इसकी भविष्यवाणी करना बेहद कठिन है।' उन्होंने कहा कि निसान को वित्तपोषण की जरूरत है। कंपनी लागत में कटौती कर रही है और मुनाफे को बहाल करने के लिए परिचालन को फिर से शुरू कर रही है। उचिदा ने कहा कि कंपनी अपने मॉडल्स की संख्या को कम कर रही है और जापान, चीन और अमेरिका जैसे भौगोलिक क्षेत्रों पर फोकस कर रही है, ताकी अपनी दक्षता और लाभप्रदता को बढ़ाया जा सके।