अब तक सरकार ने 12.21 लाख टन खरीफ धान खरीदा, ई-नीलामी के जरिये बेचा गेहूं-चावल
सरकार ने खरीफ धान की खरीदारी शुरू कर दी है। इस वर्ष थोड़े अधिक क्षेत्रफल 411.96 लाख हेक्टेयर में बोए गए खरीफ धान की कटाई पिछले सप्ताह शुरू हुई। इसके अलावा भारतीय खाद्य निगम ने बुधवार को आयोजित 15वीं साप्ताहिक ई-नीलामी में आटा मिलों जैसे थोक उपभोक्ताओं को 1.89 लाख टन गेहूं और केवल 5000 टन चावल बेचा। (जागरण फाइल फोटो)
एजेंसी, बिजनेस डेस्क। खाद्य मंत्रालय के अनुसार सरकार ने धान की खरीद शुरू कर दी है। अब तक किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर लगभग 12.21 लाख टन अनाज खरीदा जा चुका है।
मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि तमिलनाडु, पंजाब और हरियाणा में 99,675 किसानों से एमएसपी पर 2,689.77 करोड़ रुपये का धान खरीदा गया है।
इस वर्ष थोड़े अधिक क्षेत्रफल 411.96 लाख हेक्टेयर में बोए गए खरीफ धान की कटाई पिछले सप्ताह शुरू हुई।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) और राज्य एजेंसियों ने बफर स्टॉक बनाने के साथ-साथ किसानों के हितों की रक्षा के लिए एमएसपी पर खरीद शुरू की है। मंत्रालय ने चालू सीजन में 521.27 लाख टन की खरीद का लक्ष्य रखा है, जबकि एक साल पहले के सीजन में वास्तविक खरीद 496 लाख टन थी।
ई-नीलामी में बेचा गेहूं और चावल
राज्य के स्वामित्व वाली भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने बुधवार को आयोजित 15वीं साप्ताहिक ई-नीलामी में आटा मिलों जैसे थोक उपभोक्ताओं को 1.89 लाख टन गेहूं और केवल 5,000 टन चावल बेचा। घरेलू उपलब्धता में सुधार और खुदरा कीमतों को कम करने के लिए थोक उपयोगकर्ताओं को खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं और चावल बेचे जा रहे हैं।
खाद्य मंत्रालय के अनुसार 4 अक्टूबर को आयोजित साप्ताहिक ई-नीलामी में 2.01 लाख टन की पेशकश के मुकाबले लगभग 1.89 लाख टन गेहूं बेचा गया। हालाँकि, एफसीआई को ओएमएसएस के तहत चावल की साप्ताहिक ई-नीलामी के लिए फीकी प्रतिक्रिया मिलती रही और व्यापारियों ने 4.87 लाख टन की पेशकश के मुकाबले केवल 5,000 टन अनाज खरीदा।
ई-नीलामी के दौरान 2,255 बोलीदाताओं को गेहूं और चावल बेचे गए। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, गेहूं और चावल दोनों के लिए लगभग 2,447 सूचीबद्ध खरीदारों ने भाग लिया।
पूरे भारत में चावल के लिए भारित औसत बिक्री मूल्य 2,932.91 रुपये प्रति क्विंटल था, जबकि आरक्षित मूल्य 2,932.83 रुपये प्रति क्विंटल था। मंत्रालय ने कहा कि छोटे व्यापारियों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए ई-नीलामी में छोटी मात्रा की पेशकश की जा रही है।