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विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने सितंबर में अब तक भारतीय बाजारों से निकाले 476 करोड़ रुपये

डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार एफपीआई ने एक से 25 सितंबर के बीच शेयरों से शुद्ध रूप से 4016 करोड़ रुपये की निकासी की है। वहीं इस अवधि में उन्होंने ऋण अथवा बांड बाजार में 3540 करोड़ रुपये निवेश भी किये।

By Pawan JayaswalEdited By: Published: Sun, 27 Sep 2020 02:23 PM (IST)Updated: Mon, 28 Sep 2020 08:16 AM (IST)
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने सितंबर में अब तक भारतीय बाजारों से निकाले 476 करोड़ रुपये
विदेशी पोर्टफोलियो निवेश के लिए प्रतीकात्मक तस्वीर PC Pixabay

नई दिल्ली, पीटीआइ। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने सितंबर महीने में अब तक भारतीय बाजारों से 476 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी कर ली है। यह बताता है कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं। इसके पीछे एक बड़ा कारण यूरोप व दूसरे देशों में कोरोना वायरस संक्रमण का फिर से उभरना माना जा रहा है।

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डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने एक से 25 सितंबर के बीच शेयरों से शुद्ध रूप से 4,016 करोड़ रुपये की निकासी की है। वहीं, इस अवधि में उन्होंने ऋण अथवा बांड बाजार में 3,540 करोड़ रुपये निवेश भी किये। इस तरह विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की शुद्ध निकासी सितंबर में अब तक 476 करोड़ रुपये रही है।

यहां बता दें कि एफपीआई जून से अगस्त तक लगातार तीन महीने शुद्ध रूप से लिवाल रहे थे। एफपीआई ने अगस्त महीने में भारतीय बाजारों में शुद्ध रूप से 46,532 करोड़ रुपये निवेश किया था। इससे पहले जुलाई में एफपीआई का शुद्ध निवेश 3,301 करोड़ रुपये रहा था। वहीं, जून में एफपीआई ने 24,053 करोड़ रुपये भारतीय बाजारों में निवेश किये थे।

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मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव के अनुसार, कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते निवेशक अभी सतर्क रुख अपना रहे हैं। श्रीवास्तव ने कहा, ‘यूरोप व दूसरे देशों में कोरोना वायरस संक्रमण बढ़ने और प्रभावित क्षेत्रों में नए सिरे से संभावित लॉकडाउन की आशंका के चलते विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक सतर्क रुख अपनाए हुए हैं।’

श्रीवास्तव ने कहा कि भारत में भी कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने और अर्थव्यवस्था को लेकर चुनौतियां कम नहीं होने से एफपीआई का भरोसा भारतीय बाजारों पर स्थिर नहीं रह पा रहा है।

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