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FDI 7.5 लाख करोड़ पर पहुंचने की उम्मीद, उद्योग चैंबर ने महंगाई से बचने के उपाय करने को कहा

FDI news फाइनेंस मिनिस्‍ट्री ने भी कहा है कि टैक्‍स कलेक्‍शन बढ़ने से भारत 5 ट्रिलियन इकोनॉमी जल्‍द बन जाएगा। बीते कारोबारी साल में टैक्‍स रेवेन्यू 34 फीसद बढ़कर 27.07 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।

By Ashish DeepEdited By: Published: Fri, 15 Apr 2022 10:22 AM (IST)Updated: Sat, 16 Apr 2022 07:58 AM (IST)
टैक्‍स रेवेन्‍यू बढ़ने से इकोनॉमी को काफी फायदा होगा। (Pti)

नई दिल्ली, पीटीआइ। चालू वित्त वर्ष के दौरान देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) 100 अरब डालर यानी करीब 7.5 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचने की उम्मीद है। उद्योग संगठन पीएचडी चेंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआइ) ने गुरुवार को यह उम्मीद जताई।

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हाल के वर्षों में आर्थिक सुधार करेंगे 5 ट्रिलियन डॉलर बनने में मदद

संगठन ने कहा कि हाल के वर्षों में भारत में किए गए आर्थिक सुधारों और कारोबारी सुगमता की दिशा में उठाए गए कदमों के दम पर भारत चालू वित्त वर्ष में 100 अरब डालर का एफडीआइ आकर्षित कर सकता है।

जीडीपी वृद्धि दर आठ प्रतिशत से अधिक रहने की संभावना

उद्योग संगठन ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर आठ प्रतिशत से अधिक रहने की संभावना है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बाजार में जिसों के दाम, खासतौर पर कच्चे तेल के दाम में जिस तरह की तेजी दिख रही है, उससे महंगाई खासा बढ़ने का भी खतरा बना हुआ है।

भारत को कई कदम उठाने की जरूरत

पीएचडीसीसीआइ के अनुसार आर्थिक विकास को मजबूत करने और अगले पांच साल में 5 लाख करोड़ डालर की लक्षित इकोनॉमी का आकार हासिल करने के लिए भारत को कई कदम उठाने की जरूरत है।

कच्चे माल की कमी की समस्या को दूर करना बेहद जरूरी

संगठन ने इसके तहत बुनियादी ढांचा क्षेत्र में किए जाने वाले निवेश में तेजी लाने, उत्पादन आधारित प्रोत्साहन यानी पीएलआइ योजना में उद्योग के अधिक से अधिक क्षेत्रों को शामिल करने और कृषि क्षेत्र में सार्वजनिक निवेश में वृद्धि करने जैसी जरूरतों पर बल दिया है। इसके साथ ही संगठन ने कहा है कि वस्तुओं की ऊंची कीमत और कच्चे माल की कमी की समस्या को दूर करना बेहद जरूरी है।


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