Move to Jagran APP

टैक्स हेवन के खिलाफ अर्थशास्त्रियों ने उठाई आवाज

पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में कोलंबिया विश्वविद्यालय के ज्योफ्री सैक्श भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि कर चोरी के लिए मुफीद क्षेत्रों को सही नहीं ठहराया जा सकता है।

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Mon, 09 May 2016 08:13 PM (IST)Updated: Mon, 09 May 2016 08:32 PM (IST)
टैक्स हेवन के खिलाफ अर्थशास्त्रियों ने उठाई आवाज

लंदन, एपी। दुनिया भर के अर्थशास्त्रियों ने कर चोरी के सुरक्षित ठिकानों (टैक्स हेवन) के खिलाफ आवाज उठाई है। तीन सौ अर्थशास्त्रियों ने एक पत्र में वैश्विक नेताओं से कर चोरी की इस व्यवस्था का बहिष्कार करने की अपील की है। ब्रिटेन में प्रस्तावित भ्रष्टाचार रोधी सम्मेलन और पनामा पेपर्स लीक मामले को देखते हुए इस पत्र के महत्व को समझा जा सकता है।

loksabha election banner

कर देने से बचने के लिए आमतौर पर बड़े-बड़े पूंजीपति और प्रभावशाली लोग कर चोरी के सुरक्षित ठिकानों का सहारा लेते हैं। गैरसरकारी संस्था ऑक्सफेम ने सभी अर्थशास्त्रियों को संगठित किया है। इनके मुताबिक कर चोरी से गरीब देशों के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं।

पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में कोलंबिया विश्वविद्यालय के ज्योफ्री सैक्श भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि कर चोरी के लिए मुफीद क्षेत्रों को सही नहीं ठहराया जा सकता है। गोपनीयता के पर्दे को हटाना ही पड़ेगा। पनामा पेपर्स लीक से कर चोरी में शामिल दुनिया भर के कई राष्ट्राध्यक्षों और नामी हस्तियों के नाम सामने आए हैं।

यह भी पढ़ेंः इनएेक्टिव ईपीएफ खातों पर सरकार देगी ब्याज, जमा हैं 43,000 करोड़ रुपये

यह भी पढ़ेंः स्कर्ट पहनने पर स्कूल ने मुस्लिम लड़की को लौटाया


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.