PM Kisan Yojana: किसानों को E-KYC करवाने का मिला आखिरी मौका, 3 जून तक सभी पंचायतों में लगेगा कैंप
पश्चिम चंपारण के रमनगर में प्रखंड ई-किसान भवन में मंगलवार को कृषि कर्मियों की बैठक में अधिकारियों ने बताया कि तीन जून तक सभी पंचायतों में कैंप का आयोजन होगा। 31 मई से तीन जून तक हर हाल में ई-केवाईसी करना जरूरी है।
रामनगर (पश्चिम चंपारण), जागरण संवाददाता। PM Kisan Samman Nidhi Yojana: पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों को E-KYC के लिए अल्टीमेटम दिया गया है। जिन किसानों का किसी कारणवश E-KYC नहीं हुआ है, उन्हें हर हाल में ई-केवाईसी करना जरूरी है। इसके लिए 31 मई से तीन जून तक का समय दिया गया है।
फिलहाल, प्रधानमंत्री किसान योजना के पात्र किसान 14वीं किस्त का इंतजार कर रहे है। हालांकि, इसके लिए किसानों को ई-केवाईसी करवाना जरूरी है। सूत्रों की माने तो केंद्रीय कृषि मंत्रालय अगले महीने जून और जुलाई के बीच कभी भी 14वीं किस्त जारी कर सकती है।
पश्चिम चंपारण के रमनगर में प्रखंड ई-किसान भवन में मंगलवार को कृषि कर्मियों की बैठक में कृषि अधिकारियों ने ये जानकारी दी। तीन जून तक सभी पंचायतों में कैंप का आयोजन होगा, जिसमें पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी के साथ सहज वसुधा केंद्र के कर्मी भी रहेंगे।
कृषि अधिकारियों ने कहा कि जिला कृषि पदाधिकारी एवं जिलाधिकारी की तरफ से निर्देश प्राप्त हुआ है कि कैंपिंग करके तीन जून तक हर हाल में इस कार्य को संपन्न करना है। इस बैठक में यह भी निर्देश दिया गया कि प्रखंड स्तर पर खरीफ फसल में जितने भी धान के बीज प्राप्त हैं, उनका शत-प्रतिशत वितरण करना सुनिश्चित करना है।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए कृषि समन्वयक प्रदीप कुमार तिवारी ने कहा कि जिन किसानों ने ढैंचा बीज का उठाव किया है, उनका भौतिक सत्यापन करना है। सभी कर्मी अपने-अपने क्षेत्र में यह कार्य पूरा कर लें। बैठक में पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभुक किसानों के भौतिक सत्यापन की बात भी कही गई।
बैठक में नीरज पाठक राजीव तिवारी, अजय कुमार, लक्ष्मण सिंह, विमलेश द्विवेदी, राजीव रंजन, आमोद उपाध्याय, जय किशन कुमार समेत अन्य कर्मी उपस्थित थे।
खरीफ महाअभियान की तैयारी शुरू
आगामी नौ जून को खरीफ महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसकी जानकारी कृषि कर्मियों ने दी। बताया कि इस उपादान वितरण सह प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए किसानों को आमंत्रित किया जा रहा है।
वहीं, इसमें जिला से कृषि वैज्ञानिक एवं विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे, जो इस मौसम में खरीफ फसलों के प्रबंधन की जानकारी किसानों को देंगे। इससे किसानों को लाभ होगा। साथ ही इससे पैदावार में वृद्धि होगी। इसका प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।