कुव्यवस्था पर भड़के रेलयात्री, किया हंगामा
नरकटियागंज में ट्रेनों के परिचालन में लेटलतीफी अब लोगों को आंदोलन के लिए उद्वेलित भी करने लगी है।
बेतिया। नरकटियागंज में ट्रेनों के परिचालन में लेटलतीफी अब लोगों को आंदोलन के लिए उद्वेलित भी करने लगी है। शुक्रवार की सुबह स्थानीय जंक्शन पर नरकटियागंज से मुजफ्फरपुर जानेवाली 55214 सवारी गाड़ी के परिचालन में काफी विलंब होने पर आक्रोशित रेल यात्रियों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान आक्रोशित यात्री स्टेशन मास्टर कार्यालय में घुस गये और जमकर हंगामा किया। स्टेशन मास्टर अपना पल्ला झाड़ते हुए इस मामले में जनप्रतिनिधियों से बात करने की बात कही। इस पर कई यात्रियों ने स्टेशन मास्टर से काफी बकझक भी की। उनके टाल-मटोल वाली रवैया को देखते हुए और भड़क गए। इसके बाद यात्रियों ने मनमाने ढंग से ट्रेनों के परिचालन पर शिकायत पंजी में अपनी शिकायत दर्ज की। आक्रोशित यात्रियों में आशीष कुमार, प्रभाष कुमार, चंदन कुमार, विवेक कुमार पांडेय, सूरज कुमार गुप्ता, गुड्डू कुमार, अभिमन्यु कुमार शुक्ला, नीटू कुमार, मनीष कुमार, राजीव कुमार, अमरेश कुमार, दीपक सोनी आदि ने कहा कि कल की सवारी गाड़ी सुबह जंक्शन पर 7:40 बजे पहुंची। 9:30 बजे तक इस ट्रेन को नहीं खोला गया। इस ट्रेन के भरोसे ही जिला मुख्यालय में कई लोग अपना काम करने जाते हैं। मगर व्यवस्था की लचरता यह है कि दो से तीन घंटों तक ट्रेन को बीना कारण रोक दिया जाता है। यात्रियों ने यह भी आरोप लगाया कि स्थानीय अधिकारियों की मनमानी से ट्रेनों के परिचालन में आए दिन विलंब हो रहा है। बाद में रेल के अधिकारी हरकत में आए और कर्मियों की कमी होने का हवाला देते हुए 9:46 बजे ट्रेन को रवाना किया गया। यहां बता दें कि 55209 सवारी गाड़ी 7 जून को रात्री 9:30 बजे आनी थी, लेकिन यह ट्रेन 8 जून को सुबह 7:40 बजे स्टेशन पहुंची। जिसके बाद इसे 55214 सवारी गाड़ी बनकर खुलनी थी। मगर 9:30 बजे तक यह ट्रेन जब नहीं खुली तो यात्रियों ने हंगामा मचाना शुरू किया। स्टेशन प्रबंधक लालबाबू राउत ने बताया कि पावर खराब होने की वजह विलंब हुई। इनसेट
स्टेशन पर उपचार को भटकती रही घायल महिला यात्री
नरकटियागंज, संवाद सहयोगी : सत्याग्रह एक्सप्रेस से पनिअहवा जाने के लिए जंक्शन पर शुक्रवार को पहुंची छठिया देवी नामक एक महिला रेल यात्री का सिर प्लेटफार्म पर गिरने के दौरान फट गया। महिला यात्री शिकारपुर थाना क्षेत्र के भसुरारी गांव निवासी हरेन्द्र पासवान की पत्नी बताई गई है। सिर फटने की घटना के करीब एक घंटे तक उसका पति प्राथमिक उपचार के लिए स्टेशन पर भटकता रहा। मगर व्यवस्था नहीं होने की वजह उसका तत्क्षण उपचार नहीं हो सका। करीब एक घंटा के बाद रेल प्रशासन ने उसका इलाज कराया।