Bihar News : अवध एक्सप्रेस से बाहर भेजे जा रहे 58 बच्चे रेस्क्यू, गुजरात में सूरत के मदरसे से जुड़ा कनेक्शन
बिहार में रेलवे सुरक्षा बल और चाइल्ड हेल्पलाइन ने बच्चों को रेस्क्यू किया है। ये बच्चे गुजरात के सूरत शहर ले जाए जा रहे थे। इस मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो के निर्देश पर कार्रवाई की गई। सुरक्षा बलों की टीम ने प्रदेश के दो स्टेशनों और यूपी के एक स्टेशन से बच्चों को रेस्क्यू किया है।
जागरण टीम, नरकटियागंज (पश्चिम चंपारण)/भभुआ। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो के निर्देश पर अवध एक्सप्रेस से 58 बच्चों को रेस्क्यू किया गया है। यह रेस्क्यू सुगौली, नरकटियागंज और गोरखपुर स्टेशनों पर किया गया।
इस अभियान में रेलवे सुरक्षा बल और चाइल्ड हेल्पलाइन भी शामिल रही। दरअसल, सूचना मिली थी कि ट्रेन से बड़ी संख्या में बच्चे ले जाए जा रहे हैं। इसके बाद कार्रवाई की गई। पाया गया कि बच्चे सूरत के मदरसे में ले जाए जा रहे हैं।
बच्चों की सुरक्षा और संरक्षण से खिलवाड़
रेस्क्यू टीम ने बताया कि इतनी बड़ी संख्या में बच्चों को मदरसे में ले जाना बच्चों की सुरक्षा और संरक्षण से खिलवाड़ है। पूछे जाने पर बच्चों ने बताया कि कहां जा रहे, उन्हें पता नहीं।
मिशन मुक्ति फाउंडेशन के डायरेक्टर वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि एक से दूसरे राज्य में इस तरह बच्चों को ले जाना तस्करी का मामला प्रतीत होता है। इन बच्चों का सत्यापन कराया जाएगा।
नाबालिग का अपहरण कर बेचने की तैयारी कर रहीं 3 महिलाएं गिरफ्तार
भभुआ नगर निवासी नाबालिग का बुधवार की सुबह अपहरण कर बेचने की तैयारी कर रहीं तीन महिलाओं को देर शाम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। साथ ही बेहोशी की हालत में नाबालिग लड़की को भी आरोपित के घर से बरामद कर लिया।
गिरफ्तार आरोपितों में वार्ड 12 निवासी हरिचरण साह की पत्नी तेतरी देवी, सोनू साह की पत्नी शंकुतला कुंअर व दुर्गावती के गंगापुर निवासी फिलवक्त वार्ड 12 में रहने वाली उपेंद्र बिंद की पत्नी सुशीला देवी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।
घटना में शामिल एक अन्य आरोपित उपेंद्र बिंद के पुत्र सोनू बिंद की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
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