केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से लिया उजियारपुर का कोरोना अपडेट
उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद सह केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने गुरुवार को अपने लोकसभा क्षेत्र के अलावा जिले के प्रमुख कार्यकर्ताओं से कोरोना महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों का अपडेट जाना।
समस्तीपुर । उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद सह केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने गुरुवार को अपने लोकसभा क्षेत्र के अलावा जिले के प्रमुख कार्यकर्ताओं से कोरोना महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों का अपडेट जाना। वर्चुअल बैठक के जरिए उन्होंने वहां की प्रमुख समस्याओं और उस दिशा में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा चलाये जा रहे सेवा कार्य की भी पड़ताल की। कई कार्यकर्ताओं ने अब तक क्षेत्र में सैनिटाइजेशन नहीं कराने और मास्क वितरित नहीं करने का मुद्दा उठाया। केंद्रीय मंत्री ने कार्यकर्ताओं से इसे अपने स्तर से आमजनों तक पहुंचाने का आह्वान किया। साथ ही केंद्र सरकार के सात वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में कार्यकर्ताओं से रक्त दान करने, खासकर निरीह व लाचार लोगों तक सेवा कार्य पहुंचाने और केंद्र द्वारा अब तक के कार्यों की जानकारी आमजनों तक पहुंचाने की भी अपील की। वर्चुअल बैठक में उजियारपुर और समस्तीपुर के करीब 100 से अधिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। बैठक में प्रदेश महामंत्री सुशील चौधरी, विधायक राजेश कुमार, पूर्व जिलाध्यक्ष रामसुमरन सिंह, पार्टी नेता रंजीत निर्गुणी, मनोज कुमार गुप्ता, रामाकांत राय, कृष्ण बालक, प्रभात कुमार, उपेंद्र कुशवाहा समेत दर्जनों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। ट्रेंड ग्रामीण चिकित्सकों को अब तक ड्यूटी नहीं लगाने से क्षोभ
विभूतिपुर, संस : राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षण संस्थान द्वारा प्रशिक्षण के उपरांत ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को ग्रामीण क्षेत्रों में संभावित कोविड-19 के मरीजों को पहचान एवं होम आइसोलेशन में इलाज में सहायता हेतु इनका सेवा लिया जाना है। इनकी सेवा लिए जाने के लिए निदेशक प्रमुख रोग नियंत्रक ने इससे संबंधित पत्र भी जारी कर दिया है। इसके बावजूद विभूतिपुर के प्रशिक्षित ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का अब तक चयन नहीं हो सका है। जबकि, इसकी संबंधित सूची करीब एक सप्ताह पूर्व संघ द्वारा हस्तगत करा दी गई है। चयनित ग्रामीण चिकित्सक सूचक का ट्रीटमेंट सपोर्टर के रूप में कोविड-19 के संभावित मरीजों की पहचान कर उसकी जांच के लिए एपीएचसी और पीएचसी में पहुंचवाना, जांचोपरांत पॉजिटिव पाए गए मरीजों को होम आइसोलेशन के दौरान ट्रैकिग एवं उनका जिला नियंत्रण कक्ष से समन्वय स्थापित कर आना आदि काम है। इस संपूर्ण कार्य को संपन्न किए जाने के उपरांत इन्हें प्रति मरीज 200 रूपये का समेकित भुगतान किया जाएगा। लेकिन, इस कार्य के लिए उनका चयन होगा तभी वे इस कार्य को कर पाएंगे। ग्रामीण चिकित्सक सेवा समिति व संघ के सचिव डॉ. विष्णु देव प्रसाद सिंह ने बताया कि इस संबंध में सरकारी स्तर से पत्र निकलते ही वह 164 प्रशिक्षितों की सूची प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को उपलब्ध करा कर अविलंब चयन करने की मांग की है। वहीं प्रशिक्षित ग्रामीण चिकित्सक डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने एनआईओएस से प्रशिक्षित ग्रामीण चिकित्सकों की सूची बनाए जाने व चयन की मांग की है।