बेहतर जीवन के लिए योग है जरूरी
सहरसा। 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है। योग दिवस की महत्ता किसी से छिपी हुई नहीं है। जीवन को बेहतर बनाने के लिए सबों के लिए योग जरूरी है। योग से जहां लोग तंदुरुस्त रहते हैं तो इससे कई बीमारियों का भी नाश होता है।
सहरसा। 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है। योग दिवस की महत्ता किसी से छिपी हुई नहीं है। जीवन को बेहतर बनाने के लिए सबों के लिए योग जरूरी है। योग से जहां लोग तंदुरुस्त रहते हैं तो इससे कई बीमारियों का भी नाश होता है। योग आज के इस भागदौड़ की जिदगी में लोगों के जीवन का हिस्सा बनता जा रहा है। योग मन की एकाग्रता सहित जीवन को व्यवस्थित करने की कला को सिखाता है इसीलिए योग दिवस की सार्थकता पर कई लोगों से बातचीत की गई तो उनकी राय निम्न है।
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फोटो- 20 एसएआर-21
- योग जीने की कला को सिखाता है। अगर नियमित योग करते रहें तो जीवन की कई बीमारियों पर आसानी से काबू पाया जा सकता है। इसीलिए कहा जाता है कि जो करें योग वह रहें निरोग। छात्रों को ही नहीं खिलाड़ियों सहित हर काम करने वालों की जरूरत बन गया है योग।
बादल कुमार, सचिव, जिला क्रिकेट संघ
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फोटो- 20 एसएआर-22
- मनुष्य को सुबह उठकर पहले योग करना चाहिए। योग करने से ही मन में शांति और एकाग्रता आती है। योग मनुष्य के मन को स्थिर करता है। युवाओं को विशेष रूप से योग करना चाहिए। भौतिकवादी युग में योग से ही मन को विचलित होने से बचाया जा सकता है। योग से ही ईश्वर की भी साधना होती है।
सरदार स्वर्ण सिंह, धर्म गुरू, गुरूद्वारा
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फोटो- 20 एसएआर-13
- योग अब लोगों की दिनचर्या में शामिल होता जा रहा है। योग से शरीर और मन दोनों संतुलित रहता है। योग करने वाले अत्यधिक सहनशील और संवेदनशील होते हैं। योग मन को नियंत्रित करता है। लंबी आयु के लिए योग जरूरी है।
डॉ. वीणा कुमारी, राज्य महिला प्रभारी, पतंजलि
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फोटो- 20 एसएआर-14
- कोरोनाकाल में योग लोगों की दवा बन गयी। हर कोई योग की चाहत में लगा रहा। योग करने से शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है और कोरोना को परास्त करने में योग की अहम भूमिका रही है। शत प्रतिशत कोरोना पीड़ितों ने योग को ही उससे लड़ने का हथियार बनाया। योग जीवन का एक हिस्सा बन चुका है।
डॉ. रीभा सिंह, योग प्रशिक्षिका