बिहार में किसानों की बढ़ी परेशानी, बदलते मौसम से माथे पर उभरी चिंता की लकीरें; कहीं बर्बाद न हो जाए बची-खुची फसल
बिहार में बदलते मौसम ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। उनके माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं। पहले ही छोटे-छोटे अंतराल पर हुई बारिश से दलहन तिलहन की फसलों को भारी नुकसान पहुंच चुका है। अब गेहूं की कटाई होनी है लेकिन आसमान में बादल और कहीं-कहीं हल्की वर्षा से किसानों की बेचैनी बढ़ गई है। किसानों में अनहोनी की चिंता बनी हुई है।
संवाद सूत्र, रोहतास। बदलते मौसम से किसान खासे परेशान हैं। आसमान में बादल छाए रहने और हल्की बेमौसम वर्षा से किसानों के माथे पर चिंता की लकीर उभर आई हैं। पूर्व में छोटे-छोटे अंतराल पर वर्षा होने के कारण दलहन तिलहन की फसलों को भारी नुकसान पहुंच चुका है।
फसलों के नुकसान होने की आशंका बढ़ी
किसान ज्योति प्रकाश, गंगा सिंह, राजू कुशवाहा, अरविंद चौबे समेत कई किसानों ने बताया कि बेमौसम वर्षा से पूर्व में ही चना, सरसों, मसूर, मटर समेत अन्य फसलें बर्बाद हो गई हैं। जो कुछ खेतों में बच्ची हुई हैं, मौसम के हालात को देखते हुए उसे भी नुकसान पहुंचने की आशंका बढ़ गई है। गेहूं अब कटाई के लिए तैयार है।
किसानों की बढ़ रही है बेचैनी
किसानों द्वारा गेंहू काटने के लिए हार्वेस्टर का इंतजार किया जा रहा है। कुछ जगहों पर हार्वेस्टिंग शुरू भी हो चुकी है, लेकिन आसमान में बादल और कहीं-कहीं हल्की वर्षा से किसानों की बेचैनी बढ़ गई है। इन दिनों हवा पानी के साथ ओले गिरने की संभावना बनी रहती है। ज्यादा पानी पड़ गया, तो किसान की बची खुची फसल भी बर्बाद हो जाएगी।
चंद मिनटों में खत्म हो जाएगी साल भर की कड़ी मेहनत
साल भर की कड़ी मेहनत चंद मिनटों में समाप्त हो जाएगी। गेंहूं के साथ सब्जी की खेती पर भी बुरा प्रभाव पड़ेगा। इस संबंध में बीटीएम आषुतोष कुमार ने बताया कि बेमौसम वर्षा से पूर्व में भी किसानों को काफी नुकसान हुआ है। विगत दो दिनों से बादल डाए रहने व हल्की वर्षा से किसानों में अनहोनी की चिंता बनी हुई है।
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