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पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्‍ट की साइट पर धमाके के बाद भागे श्रमिक, तीन घंटे तक अंधेरे में डूबा रहा पूरा इलाका

पटना में मेट्रो रेल प्रोजेक्‍ट के काम के दौरान अचानक तेज आवाज सुनकर श्रमिक सहम गए। ट्रेन के लिए खोदाई में कटा बिजली का केबल। तीन घंटे तक अंधेरे में डूबे रहे मलाही पकड़ी 90 फीट सहित कई इलाके शाम छह बजे कटी बिजली नौ बजे बहाल हो सकी

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Mon, 22 Mar 2021 12:10 PM (IST)Updated: Tue, 23 Mar 2021 06:10 AM (IST)
पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्‍ट की साइट पर हुआ हादसा। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। Patna Metro Rail Project: पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्‍ट के कामगार रविवार को एक बड़े हादसे का शिकार होने से बच गए। पटना शहर के मलाही पकड़ी मुहल्‍ले में चल रहे काम के दौरान जोरदार धमाके की आवाज से योजना के कामगार ही नहीं आसपास के लोग और दुकानदार भी घबरा गए। तेज आवाज के साथ ही शहर के एक बड़े इलाके में बिजली गुल हो गई। बाद में पता चला कि मेट्रो रेल प्रोजेक्‍ट के लिए खोदाई के दौरान बिजली का अंडरग्राउंड केबल कट गया। संयोग अच्‍छा रहा कि केबल कटने के बावजूद कोई मजदूर या अन्‍य आदमी बिजली के संपर्क में नहीं आया। अगर ऐसा होता तो बड़ा हादसा होना तय था। इस मामले में मेट्रो रेल प्रोजेक्‍ट के ठीकेदार और इंजीनियर की ओर से बड़ी लापरवाही की बात सामने आ रही है।

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केबल फटने की आवाज सुन कर भागे श्रमिक

बिजली कंपनी के अधिकारियों की मानें तो पटना विद्युत आपूर्ति प्रतिष्ठान को सूचना दिए बिना मेट्रो ट्रेन के लिए खोदाई करना शुरू कर दिया। इस दौरान 11केवी का भूमिगत बिजली का तार क्षतिग्रस्त हो गया। इस दौरान कार्य कर रहे श्रमिक बाल-बाल बच गए। केबल कटने पर जोरदार आवाज हुई तो डरे श्रमिक कार्य छोड़कर निकल गए। यह घटना रविवार की शाम छह बजे की है।

तीन घंटे तक अंधेरे में डूबे रहे शहर के लोग

इस हादसे के बाद शहर के मलाही पकड़ी, 90 फीट, ई-सेक्टर और एफ सेक्टर के कुछ भाग अंधेरे में डूब गए। तीन घंटे तक लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हो गए। करीब नौ बजे बिजली आपूर्ति बहाल हुई। बिजली कंपनी के अभियंताओं ने बताया कि मेट्रो रेलवे वाले भूमिगत केबल क्षतिग्रस्त करने के बाद सूचना तक नहीं दिए। केबल का ज्वाइंट करके बिजली आपूर्ति बहाल की गई। मेट्रो वालों को भूमिगत केबल के बारे में सूचना दी गई है। इसके बाद भी समन्वय स्थापित नहीं किया गया। इस क्षेत्र के उपभोक्ता फ्यूजकाल सेंटर में शिकायत के लिए कॉल करते रहे।


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