प्रशांत किशोर देंगे नीतीश कुमार-तेजस्वी यादव को समर्थन, लेकिन रखी है एक शर्त; सीएम के बारे में कही बड़ी बात
Bihar Politics बिहार की राजनीति में अभी कई बड़े बदलाव होने बाकी हैं। यह बात चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कही है। उन्होंने कहा कि वे महागठबंधन की सरकार को समर्थन दे सकते हैं लेकिन इसके लिए सरकार को एक काम करना होगा।
पटना, जागरण टीम। Bihar Politics: चुनावी रणनीतिकार के तौर पर ख्यात प्रशांत किशोर ने बिहार की राजनीति के संदर्भ में बड़ी बात कही है। प्रशांत किशोर ने बिहार से राजनीति का नया विकल्प देने के लिए जन सुराज अभियान शुरू किया है। वह बिहार के अलग-अलग क्षेत्रों का दौरा कर लोगों से रायशुमारी कर रहे हैं। उन्होंने एलान कर रखा है कि अगले दो अक्टूबर यानी गांधी जयंती के मौके पर चंपारण से एक यात्रा शुरू करेंगे, जो पूरे बिहार का सफर करने के बाद ही खत्म होगी।
इस सब के बीच प्रशांत किशोर ने कहा है कि वे महागठबंधन की सरकार के समर्थन में अपना राजनीतिक अभियान वापस ले सकते हैं। हालांकि उन्होंने इसके लिए एक शर्त भी रखी है। प्रशांत ने कहा है कि बिहार की राजनीति में एक बार और बड़ा उलटफेर होने वाला है।
तेजस्वी यादव के वादे की दिलाई याद
जन सुराज अभियान के तहत समस्तीपुर में प्रशांत किशोर ने ये बातें कही हैं। बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी महागठबंधन सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने तेजस्वी यादव की ओर से 10 लाख सरकारी नौकरियों के वादे का जिक्र करते हुए कहा कि अगर उनकी सरकार अगले एक से दो साल में भी राज्य के युवाओं को पांच से 10 लाख नौकरियां देने में कामयाब रहती है तो वह सरकार के समर्थन में अपना अभियान वापस ले लेंगे।
अभी तो शिक्षकों को वेतन देने में हालत खराब
प्रशांत किशोर ने कहा कि अपेक्षाकृत कम वेतन पर काम कर रहे नियोजित शिक्षकों को नीतीश कुमार की सरकार समय पर वेतन नहीं दे पाती है। ऐसी हालत में यह सरकार नई नौकरियां आखिर किस तरह दे पाएगी। प्रशांत किशोर ने बिहार में अगले राजनीतिक बदलाव की ओर भी इशारा किया।
नीतीश कुमार पर साधा निशाना
प्रशांत किशोर ने कहा कि उनको बिहार आए अभी तीन महीने ही हुए और बिहार की राजनीति पूरी तरह बदल गई। उन्होंने कहा कि अगला विधानसभा चुनाव आते-आते यहां की राजनीति अभी कई बार घूमेगी। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि वे फेवीकॉल लगाकर कुर्सी पर बैठ गए हैं। बिहार की सरकार में बाकी की पार्टियां कभी इधर तो कभी उधर होती रहती हैंं, लेकिन नीतीश कुमार अपनी जगह बने रहते हैं।
एनडीए सरकार के काम की तारीफ
प्रशांत ने कहा कि बिहार की जनता ने इस सरकार के लिए वोट नहीं दिया था। उन्होंने कहा कि राज्य की मौजूदा सरकार जुगाड़ के सहारे चल रही है। इस सरकार को जनता का विश्वास हासिल नहीं है। प्रशांत किशोर ने 2005 से 2010 के बीच बिहार के हुए बदलाव के लिए एनडीए सरकार की तारीफ भी की।
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