बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने 26 अगस्त को बिहार आ रहे PM मोदी
बाढ़ की भयावह स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 अगस्त को बिहार आ रहे हैं। वे बाढ़ग्रस्त जिलों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।
पटना [जेएनएन]। बिहार में बाढ़ की स्थिति काफी भयावह है। करीब 18 जिलों के करोड़ों लोग इससे प्रभावित हैं। सैंकड़ों की मौत हो चुकी है। लोगों के सर पर छत नहीं है। किसी तरह राहत शिविर में दिन काट रहे हैं। आपदा की इस घड़ी में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 अगस्त को बिहार आ रहे हैं। वे बाढ़ग्रस्त जिलों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार 26 की सुबह प्रधानमंत्री दिल्ली से सीधे पूर्णिया स्थित चूनापुर हवाई अड्डा पहुंचेंगे। इधर राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावितों को तत्काल राहत के रूप में प्रत्येक परिवार के बैंक खाते में छह हजार रुपये की राशि ट्रांसफर करने का फैसला किया है।
प्रधानमंत्री पूर्णिया स्थित वायु सेना के हवाई अड्डे से हेलीकाप्टर से सबसे पहले बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित अररिया, किशनगंज तथा कटिहार की स्थिति का जायजा लेंगे। वहां से वह उत्तर बिहार के बाढ़ प्रभावित दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण व गोपालगंज होते हुए पटना लौटेंगे।
पटना में वह आपदा से जुड़े आला अफसरों के साथ राहत एवं बचाव कार्यों पर विमर्श करेंगे। उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री से बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों के हवाई सर्वे का आग्रह किया था।
इससे पहले आपदा की घड़ी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार से मदद के लिए आग्रह किया था। सीएम नीतीश ने पीएम मोदी और रक्षामंत्री से बात कर तत्काल सहायता मांगी थी, जिस पर अमल करते हुए केंद्र ने भी तुरंत सहायता उपलब्ध करवायी थी।
इसके बाद केंद्र की मदद के लिए सीएम नीतीश ने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और रक्षामंत्री के प्रति आभार जताते हुए कहा था कि उन्होंने जो भी मांग की वह तुरंत मिल गया।
हालांकि, बिहार में इस बाढ़ से काफी ज्यादा नुकसान हुआ है। करीब तीन सौ से अधिक लोगों की मौत हुई है। करोड़ों की आबादी सड़क पर आ गई है। काफी अधिक जान-माल का नुकसान हुआ है।
उम्मीद की जा रही है कि पीएम मोदी के इस दौरे के बाद बिहार को इस आपदा से निपटने के लिए विशेष पैकेज मिलेगा। केंद्र और बिहार दोनों जगह एनडीए गठबंधन की सरकार है।