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    पटना और दरभंगा में NIA का छापा, संदिग्ध युवक से चार घंटे चली पूछताछ; PFI से जुड़े होने के कई सबूत मिले

    By Jagran NewsEdited By: Aditi Choudhary
    Updated: Sun, 02 Jul 2023 12:57 PM (IST)

    बिहार में प्रतिबंधित PFI के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की कार्रवाई जारी है। एनआइए ने रविवार को पटना और दरभंगा में छापामारी की। बताया जा रहा है कि इस दौरान पुलिस ने दरभंगा के बहेड़ा से एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर चार घंटे तक पूछताछ की। पटना जिले के फुलवारीशरीफ में इमारत-ए-शरिया के सामने मोहम्मद रियाजुद्दीन कासमी के बुक स्टाल पर छापेमारी की।

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    पटना और दरभंगा में NIA का छापा, संदिग्ध युवक से चार घंटे चली पूछताछ

    पटना, जागरण संवाददाता। बिहार में प्रतिबंधित PFI के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की कार्रवाई जारी है। एनआइए ने रविवार को पटना और दरभंगा में छापामारी की। बताया जा रहा है कि इस दौरान पुलिस ने दरभंगा के बहेड़ा से एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर चार घंटे तक पूछताछ की। 

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    जानकारी के मुताबिक, पटना जिले के फुलवारीशरीफ में इमारत-ए-शरिया के सामने मोहम्मद रियाजुद्दीन कासमी के बुक स्टाल पर छापेमारी की। दुकान से एक संदिग्ध कंटेंट वाली धार्मिक पुस्तक मिली थी। इस आधार पर छापेमारी की गई।

    चार थानों की पुलिस ने दी दबिश

    दरभंगा के बहेड़ा थाना के छोटी बाजार में पीएफआइ से जुड़े संदिग्ध युवक के घर पर रविवार की सुबह करीब छह बजे छापेमारी की। रिमझिम बारिश के बीच चार थानों की पुलिस के साथ पहुंची एनआइए की टीम ने छोटी बाजार में मो. हब्बीबुल्लाह के घर की घेराबंदी की।

    इसके बाद हबीबुल्लाह के पुत्र मो. समीउल्लाह को अपने कब्जे में ले लिया। बहेड़ा थाने पर करीब चार घंटे उससे पूछताछ की गई। उसके मोबाइल को जब्त कर एनआइए ने युवक को मुक्त कर दिया। छापेमारी का नेतृत्व एनआइए के इंस्पेक्टर राजेश कुमार मिश्र कर रहे थे।

    इंस्पेक्टर मिश्र ने बताया कि जरूरी होने पर समीउल्लाह को फिर से बुलाया जाएगा। इसके लिए उसे नोटिस दिया गया है। हालांकि, उन्होंने पूछताछ में मिली जानकारी को साझा करने से इनकार कर दिया। दरभंगा एसएसपी अवकाश कुमार ने छापेमारी के दौरान एक युवक को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की।

    अरबी भाषा के दस्तावेजों का करता था अनुवाद

    जानकारी के अनुसार, मो. समीउल्लाह के PFI से संपर्क होने के कई सबूत मिले हैं। वह अरबी के पत्र व अन्य दस्तावेजों को उर्दू, हिंदी और अंग्रेजी में अनुवाद कर पीएफआइ से जुड़े सदस्यों को उपलब्ध कराता था। उसके पास से बरामद मोबाइल में इसके साक्ष्य मिले हैं। समीउल्लाह चार भाइयों में दूसरे नंबर पर है। उसके पिता मो. हबीबुल्लाह ने बताया कि समीउल्लाह फुलवारीशरीफ में रहकर मौलवी की पढ़ाई करता है।

    25 अप्रैल को डेन्टिस्ट के घर की ली थी तलाशी

    सनद रहे कि इससे पहले 25 अप्रैल को एनआइए की टीम ने सिंहवाड़ा थानाक्षेत्र के शंकरपुर में महबूब आलम और लहेरियासराय थानाक्षेत्र के नीम चौक स्थित उर्दू बाजार निवासी दंत चिकित्सक डा. तारिक रजा के घर पर छापेमारी की थी। इस दौरान महबूब आलम के घर से एक मोबाइल बरामद हुआ था। हालांकि छापेमारी से पहले महबूब आलम अपने घर से निकल गया था।

    बता दें कि फुलवारी शरीफ मामले में दरभंगा के तीन आरोपितों में अब भी दो फरार चल रहे हैं। इसमें सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के शंकरपुर निवासी पीएफआइ के प्रदेश महासचिव सनाउल्लाह उर्फ आकीब और मुस्तकीम अब भी फरार है। एनआइए की टीम फुलवारीशरीफ मामले में 28 जुलाई, 2022 को इन आरोपितों के घर को खंगाली थी।

    इसमें सनाउल्लाह और लखनऊ से गिरफ्तार नूरुद्धीन जंगी के घर से कई दस्तावेज, पीएफआइ के संविधान व मोबाइल को जब्त किया गया था। इसके बाद एनआइए की टीम आठ सितंबर, 2022 को मुस्तकीम सहित लहेरियासराय थानाक्षेत्र के उर्दू मोहल्ला स्थित राजटोली में दानिश लाज में छापेमारी की थी।