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बिहार के बक्सर में टला बड़ा हादसा, अगरतला-हबीबगंज ट्रेन गुजरते ही चटकी पटरी, बाल-बाल बचे यात्री

डीडीयू-बक्सर रेलखंड के बीच उस वक्त एक बड़ा हादसा होने से टल गया जब दिलदारनगर स्टेशन की अप मेन लाइन के स्टेशन लिमिट में रात करीब 1.10 बजे अचानक रेल पटरी चटक गई। संयोग अच्छा था रहा कि अगरतला-हबीबगंज ट्रेन गुजरने के बाद पटरी चटकी।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Mon, 21 Dec 2020 01:35 PM (IST)Updated: Mon, 21 Dec 2020 02:28 PM (IST)
बक्सर में चटकी रेल पटरी की मरम्मत करते कर्मी।

जागरण संवाददाता, बक्सर: ठंड का असर आमजन सहित रेल पटरियों पर भी पड़ने लगा है। इसके चलते आए दिन रेल पटरियां चटकने लगी हैं। इस बीच रविवार की देर रात डीडीयू-बक्सर रेलखंड के बीच उस वक्त एक बड़ा हादसा होने से टल गया जब दिलदारनगर स्टेशन की अप मेन लाइन के स्टेशन लिमिट में रात करीब 1.10 बजे अचानक रेल पटरी चटक गई। गनीमत रही कि अगरतला-हबीबगंज ट्रेन गुजरने के बाद पटरी चटकी। सूचना मिलते ही आननफानन में पटरी की मरम्मत की गई। ट्रेनों को कॉशन पर 30 किमी की रफ्तार से चलाया। हालांकि इस दौरान रेल परिचालन पर कोई असर नहीं पड़ा।

मिली जानकारी के अनुसार दिलदारनगर स्टेशन की अप मेन लाइन से रात्रि 1:10 बजे जैसे ही अगरतला- हबीबगंज ट्रेन गुजरी कि स्टेशन लिमिट में शायर माता मंदिर के पास अचानक पटरी चटक गई। इसे संयोग ही कहें कि पटरी चटकते ही पेट्रोलमैन की नजर उस पर पड़ गई। उन्होंने स्टेशन सहित विभागीय अधिकारियों को तत्काल इसकी सूचना दी। इस दौरान जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे रेल पथ के कर्मचारियों ने क्लैंप बांधकर चटकी पटरी को कुछ ही देर में ठीक कर दिया। हालांकि, पीछे ट्रेन नहीं होने के कारण इस दौरान रेल परिचालन पर इसका कोई असर नहीं पड़ा।

एक हफ्ते के अंदर पटरी चटकने की दूसरी घटना

इस संबंध में सहायक रेल पथ निरीक्षक लल्लन राम ने बताया कि अप लाइन की सभी ट्रेनों को 30 किमी का कॉशन देकर रेल पटरी बदलने तक चलाने का पत्र रेलवे स्टेशन के माध्यम से दानापुर नियंत्रण कक्ष को दे दिया गया था। बताते चलें कि विगत एक सप्ताह के अंदर रेल पटरी चटकने की यह दूसरी घटना है। इसके पूर्व 15 दिसंबर को भी रेलवे स्टेशन के अप लाइन में ही सोमवार की रात्रि मालगाड़ी गुजरने के बाद स्टेशन लिमिट में रेल पटरी चटक गई थी। तब भी पटरी चटकने के साथ इसकी जानकारी कर्मचारियों को तुरंत मिल गई, और कर्मचारियों ने चटकी पटरी पर क्लैंप बांधकर पटरी को तत्काल दुरुस्त कर दिया था।


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