अवैध संबंध के कारण अपनों ने ही दी एेसी मौत, देखकर पुलिस भी सकते में
एक महिला की अपनी ही बेटी, दामाद और पति ने मिलकर निर्मम हत्या कर दी। उसे बेहोश कर मौत के घाट उतारा और उसके बाद उसको टुकड़ों में काटकर प्लास्टिक बैग मे भरकर फेंक दिया।
पटना [जेएनएन]। अवैध संबंध को लेकर एक महिला को एेेसी दर्दनाक मौत दी गई कि सुनने और देखने वालों की रूह कांप गई। महिला को बेटी ने बुलाया, नींद की गोली खिलाकर बेहोश किया। दामाद ने दोस्त के साथ मिलकर सास की गला दबाकर हत्या की।
हत्या के बाद उसे टुकड़े-टुकड़े में काटा और प्लास्टिक की थैली में डालकर ट्रेन में रख छोड़ा। पुलिस ने जब शव बरामद किया तो उसमें गर्दन और कुछ हिस्से नहीं मिले। शव के टुकड़े के करने के बाद उसकी गर्दन को घर में लटकाकर रखा गया ताकि पूरा खून निकल जाए। खून निकल जाने के बाद गर्दन को भी रेलवे गुमटी के किनारे फेंक दिया गया।
इस पूरी घटना में गया से पटना तक की पुलिस सकते में थे। लेकिन तहकीकात के बाद इसका पर्दाफाश हो गया।एक दामाद ने अपनी ही सास की हत्या कर दी और फिर दोस्त के साथ मिलकर लाश के 15 टुकड़े कर दिए। इसके बाद कटे हुए सिर को कुछ देर तक लटका कर रखा ताकि सारा खून निकल जाए।
फिर दोनों ने टुकड़ों को अलग-अलग बैग में रखा और ठिकाने लगाने लगे। खास बात यह है कि हत्या की पटकथा मृतका के पति, बेटी और दामाद ने मिलकर रची थी। उन्होंने ही महिला को पहले नींद की गोलिया खिलाईं थी जिसके बाद गला दबाकर हत्या को अंजाम दिया गया था।
जघन्य हत्या की ये थी वजह
मृतका की पहचान मसौढ़ी के तरेगना डीह निवासी गीता देवी के रूप में हुई। पुलिस ने गीता की बेटी पूनम, पति उमेशकांत चौधरी, दामाद रंजन कुमार के दोस्त राजेश कुमार को अरेस्ट कर लिया। दामाद फरार है। गीता की हत्या परसा बाजार के कुसुमपुरम कॉलोनी में पूनम के घर में 17 अप्रैल को हुई थी। उसी रात उसके शव को घर में काटा गया। 18 अप्रैल को अंगों को ट्रेन से ले जाकर पटना से गया तक ठिकाना लगा दिया गया।
पति के दोस्त से था गीता का अवैध संबंध
तरेगना डीह की गीता की शादी 25 साल पहले शाहपुर के जमसौत के उमेशकांत से हुई थी। शादी के बाद उमेश के दोस्त जमसौत निवासी अरमान से गीता का प्रेम-प्रसंग चलने लगा। इसी बात से उमेश नाराज रहता था।
गीता और अरमान के अफेयर से परेशान होकर उमेश गीता को लेकर मसौढ़ी के तरेगना डीह आ गया और यहां रहने लगा था।
उमेश और गीता की दो बेटियां और एक बेटा है। बड़ी बेटी पूनम के बाद बेटा है जो यूपी के चुनार में एसबीआई में क्लर्क है। जबकि छोटी बेटी की अभी शादी नहीं हुई है। हत्या के पीछे गीता का अरमान से अवैध संबंध होने के साथ ही गीता का बेटी और उमेश से पैसे को लेकर भी विवाद चल रहा था।
अरमान को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। बता दें कि विकलांग उमेश सचिवालय में भवन निर्माण भवन में ड्राफ्टमैन है। जबकि रंजन और राजेश भाड़े पर जेनरेटर चलाते हैं।
बेटी ने फोन कर बुलाया फिर दे दी नींद की गोली
मसौढ़ी में रहने के दौरान भी अरमान का वहां आना-जाना लगा रहा। इसके बाद इस वजह से उमेश, बेटी पूनम को लेकर कुसुमपुरम कॉलोनी में रहने लगा। गीता हर माह के अंतिम दिन कुसुमपुरम कॉलोनी वाले घर आती और उमेश की सारी सैलरी लेकर चली जाती थी। इस बात से भी उमेश, पूनम उससे खफा थे।
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17 अप्रैल को पूनम ने ही गीता को फोन कर चिकन खाने को बुलाया था। पूनम और उमेश दोनों ने चिकन में नींद की गोली का पाउडर बनाकर खिला दिया। उसकी नींद खुली तो उसे उल्टी हुई। गीता ने अरमान को नींद की गोली खिलाने की बात फोन से बता दी जिसे उसके दामाद रंजन ने सुन लिया।
ढाई घंटे में शव को टुकड़ों में काटा
दामाद रंजन ने ससुर उमेश और पत्नी पूनम को खाजेकलां भेज दिया, जहां उसका पुश्तैनी घर है। फिर रंजन ने खाजेकलां से दोस्त राजेश को कुसुमपुरम बुला लिया। वहां बेहोश गीता को रंजन ने गला दबाकर मार डाला। 17 अप्रैल की रात ढाई घंटे में चौकी पर शव को रखकर 15 टुकड़े कर दिए।
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18 अप्रैल को रंजन ने दो नए एयर बैग में उसका हाथ-पांव और छाती को भरा और इसे लेकर गया जाने वाली पैसेंजर ट्रेन में चढ़ गए। फिर दोनों ने पैसेंजर ट्रेन में बैग को ऊपर की सीट पर रख दिया और पुनपुन में उतर वापस घर लौट गए। बैग को 18 अप्रैल को गया जंक्शन पर बरामद किया गया था।