समयपालन में दूसरे स्थान पर पहुंचा दानापुर रेल मंडल
दानापुर रेल मंडल की परफॉर्मेस में सुधार।
चंद्रशेखर, पटना । ठीक एक साल पहले 12 अक्टूबर 2017 को दानापुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक के रूप में रंजन प्रकाश ठाकुर ने कार्यभार ग्रहण किया था। अपने एक वर्ष के कार्यकाल में पाटलिपुत्र स्टेशन के विकास के लिए रेल मंत्रालय से 66 करोड़ की राशि स्वीकृत करवाने में सफल रहे, वहीं दानापुर स्टेशन का कायाकल्प करने के लिए 40 करोड़ से अधिक की राशि खर्च कर दी। सारे कर्मचारियों व अधिकारियों के आवासों में टाइल्स लगवा दिया और कालोनियों की सुरक्षा के लिए घेराबंदी भी करवा दी। पटना जंक्शन को विकसित करने के लिए 60 करोड़ से अधिक की राशि खर्च की जा रही है। जंक्शन पर अगले 10 दिनों के अंदर एक के बजाय चार-चार एस्केलेटर काम करने लगेंगे। इसके अलावा प्लेटफार्म पर दो-दो लिफ्ट भी लगाई जा रही है।
मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों की समयबद्धता में पहले नंबर पर :
योगदान देने के पहले ही दिन से मंडल रेल प्रबंधक ट्रेनों के समय परिचालन को लेकर पूरी कोशिश कर रहे थे। जिस वक्त उन्हें प्रभार मिला था उस वक्त पंक्चुअलिटी 57 फीसद तक गिर गई थी। प्रतिदिन कम से कम दो घंटे तक कंट्रोल में बैठकर वे ट्रेनों की समयबद्धता बढ़ाने पर जोर देते रहे। नतीजा है कि हालिया रैंकिंग में दानापुर रेल मंडल ट्रेनों की ओवरऑल पंक्चुअलिटी के मामले में देश में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। पहले स्थान पर चेन्नई मंडल है। इतना ही नहीं मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों की समयबद्धता के मामले में दानापुर मंडल देश में सर्वोच्च स्थान पर है।
78.19 फीसद ट्रेनें चलीं समय पर :
रेलवे बोर्ड से जारी आंकड़ों के मुताबिक चेन्नई से कुल 266 ट्रेनें गुजरती हैं, जिसमें 21 मेल-एक्सप्रेस व 26 सवारी गाड़ियां विलंब से चली। मेल-एक्सप्रेस की समय बद्धता 87.86 रही, जबकि सवारी गाड़ियों की 72.04 रही। ओवरऑल 82.33 फीसद रही। दानापुर मंडल क्षेत्र से 88.36 फीसद मेल-एक्सप्रेस ट्रेनें समय से चलीं, जबकि 68.42 फीसद सवारी गाड़ियां समय से चलीं। ओवरऑल 78.19 फीसद रहा। टॉप टेन मंडलों में से अंबाला चौथे स्थान 66.00 फीसद एवं दिल्ली छठे स्थान पर 61.08 फीसद पंक्चुअलिटी के साथ है। 49.39 फीसद के साथ हावड़ा सातवें, लखनऊ 40.56 के साथ आठवें एवं 37.22 फीसद पंक्चुअलिटी के साथ इलाहाबाद नौवें स्थान पर रहा।
सफाई की रैंकिंग में भी हुआ सुधार :
इस मौके पर विशेष बातचीत करते हुए मंडल रेल प्रबंधक रंजन प्रकाश ठाकुर ने बताया कि यहां की मिट्टी में जन्म लेकर बड़े हुए हैं और अब अगर इस मिट्टी के विकास के लिए कुछ करना पड़ रहा है तो यह उनका सौभाग्य है। अपने अल्प कार्यकाल में ही उन्होंने दानापुर मंडल को पूरे देश के अन्य मंडलों के साथ विकास के सबसे ऊपरी पायदान पर लाकर खड़ा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। रेल मंत्रालय व रेलवे बोर्ड के साथ ही पूर्व मध्य रेल मुख्यालय का भरपूर सहयोग ही उन्हें बेहतर कार्य करने को प्रेरित करते रहा है। साफ-सफाई की रैंकिंग में भी सुधार हुआ है। आने वाले दिनों में दानापुर मंडल के सभी प्रमुख स्टेशनों की तस्वीर बदली दिखेगी।