BJP का तंज, शराब की दुकानें खोलते वक्त गांधीजी को क्यों भूल गए थे नीतीश
गांधी का अनुयायी होने के कारण शराबबंदी कराने के नीतीश के बयान पर नेता प्रतिपक्ष डॉ.प्रेम कुमार ने कहा कि जब गांव मे शराब की दुकानें खुल रही थीं तब उन्हें बापू की याद क्यों नहीं आई?
पटना [वेब डेस्क] । नीतीश कुमार द्वारा गांधीजी का अनुयायी होने और उन्हीं के बताए रास्ते पर चलकर शराबबंदी लागू करने की बात कहने पर विपक्ष के नेता डॉ.प्रेम कुमार ने खूब चुटकी ली है। कहा है कि नीतीश का गांधीजी के प्रति यह प्रेम कहां चला गया था जब वे गांवों में शराब की दुकान खुलवा रहे थे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उस समय नीतीश कुमार को गांधीजी की और गांधी के आदर्शों की याद क्यों नहीं आई? जोर देकर कहा कि शराबबंदी को लेकर बने कानून तालिबानी हैं और उनका विरोध होने को मुख्यमंत्री ने अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। इसीलिए अब गांधीजी का जिक्र कर रहे हैं।
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डॉ.कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार की जिद का ही परिणाम है कि राज्य के 250 थानेदारों ने स्वेच्छा से थानेदारी छोड़ने की पेशकश की है। शराबबंदी को लेकर महागठबंधन के अंदर भी जोरदार विरोध शुरू हो गया है। महागठबंधन सरकार के सबसे बड़ी पार्टी राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने नीतीश कुमार को आइना दिखा दिया है।
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वे ही नहीं, राजद-कांग्रेस के और विधायक भी खुलकर इसका विरोध कर चुके हैं। पर नीतीश अपने कुतर्कों से तालिबानी कानून को सही ठहराने में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा शराबबंदी के खिलाफ नहीं है। वह इसे लागू करने के तौर तरीकों और निर्दोष लोगों को सजा दिए जाने के खिलाफ है।