Bihar News: शराबबंदी के मुद्दे पर सुशील मोदी ने पूछे सात सवाल, क्या जवाब दे पाएगी नीतीश सरकार?
पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी सारण में जहरीली शराब से 74 लोगोंं की मौत के बाद से ही राज्य सरकार पर लगातार हमलावर हैं। उन्होंने शराबबंदी के मुद्दे पर नीतीश सरकार से सात सवालों के जवाब मांगे हैं। (फाइल फोटो)
पटना, राज्य ब्यूरो: पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी सारण में जहरीली शराब से 74 लोगोंं की मौत के बाद से ही राज्य सरकार पर लगातार हमलावर हैं। उन्होंने शराबबंदी के मुद्दे पर नीतीश सरकार से सात सवालों के जवाब मांगे हैं, ताकि शराबबंदी को लागू करने में जो गलतियां हुईं उन्हें सुधारा जा सके।
पहला सवाल- उत्पाद एवं मद्यनिषेध कानून की धारा-34 के अन्तर्गत जहरीली या नकली शराब बेचने वालों को जब उम्र कैद की सजा का प्रविधान है, छह साल में कितने लोगों को ऐसी सजा दिलायी गई?
दूसरा सवाल- शराबबंदी कानून की धारा-42 के तहत जहरीली शराब बेचने वाले कितने लोगों से मुआवजे की वसूली की गई?
तीसरा सवाल- मोदी ने पूछा कि शराब पीने के कारण जिन साढ़े तीन लाख लोगों पर प्राथमिकी दर्ज हुई, उनमें से कितने लोगों को सरकार सजा दिला पाई। इन मामलों में सजा की दर क्या है?
चौथा सवाल- हाईकोर्ट के आदेशानुसार सरकार जहरीली शराब पीने वालों का उपचार करने के लिए अब तक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसेड्योर ( एसओपी) क्यों नहीं बना पायी?
पांचवां सवाल- बिजली के पोल पर लिखवाए गए टोल फ्री नम्बर पर कितनी शिकायतें मिलीं और उन पर क्या कार्रवाई हुई?
छठवां सवाल- मोदी ने कहा कि शराबबंदी के बाद खोले गए नशामुक्ति केंद्र कितने उपयोगी साबित हुए, कितने लोग नशामुक्त हुए? प्रदेश में कितने नशामुक्ति केंद्र सक्रिय हैं?
सातवां सवाल- इसी तरह जागरूकता अभियान की शुरूआत की गई थी, वह क्यों बंद किया गया?