Delhi Fire: मधुबनी के एक और व्यक्ति की दिल्ली अग्निकांड में मौत, हादसे के बाद से था लापता
मधुबनी के खजौली थाना क्षेत्र के भलनी गांव के जियाउल रहमान (44) की मौत हो गई है। बताया जाता है कि हादसे के बाद से वह लापता था। रविवार देर रात उसका अधजला शव मिला।
मधुबनी, जेएनएन। रविवार को दिल्ली की फैक्ट्री में जिले के एक और व्यक्ति की मौत होने की सूचना है। खजौली थाना क्षेत्र के भलनी गांव के जियाउल रहमान (44) की मौत हो गई है। बताया जाता है कि हादसे के बाद से वह लापता था। रविवार देर रात उसका अधजला शव मिला। इसकी सूचना परिजनों को मिल गई है। जियाउल के परिजन ने बताया कि हादसे के बाद सभी चिंतित थे। क्योंकि वह उसी फैक्ट्री में काम करता था। उसकी मौत की सूचना पर परिवार में कोहराम मचा है।
पिता मो. मुर्तुजा का पहले ही इंतकाल हो चुका है। मां की तबीयत खराब रहती है। जियाउल तीन बच्चों का पिता था। हाल ही में उसे बेटी हुई थी। इस कारण पत्नी मायके में ही रह रही थी। मालूम हो कि जिले के कलुआही निवासी मो. साकिर की मौत की सूचना पहले ही आ गई थी। वहीं एक अन्य युवक मो. मोकिम हादसे में जख्मी है।
साकिर के कंधे पर था तीन बच्चों समेत परिवार के भरण-पोषण का जिम्मा
दिल्ली की एक फैक्ट्री में रविवार सुबह लगी आग की मातम भरी खबर जिले के दो परिवारों के लिए आई। कलुआही की मलमल दक्षिणी पंचायत के मो. साकिर (27) की जहां इस अग्निकांड में मौत हो गई। वहीं, खजौली के करमौली के मो. मोकिन ङ्क्षजदगी और मौत से जूझ रहे। साकिर के घर में यह सूचना आते ही मातम छा गया। वहीं, मोकिन की सलामती की दुआ गांव वाले कर रहे हैं। अगलगी की घटना में मृत साकिर मलमल निवासी मो. ताहिर का दूसरा पुत्र था।
मुखिया रेहाना खातून के पति रेयाज अहमद के अनुसार, वह करीब सात वर्षों से दिल्ली में नौकरी कर रहा था। अभी छह माह पूर्व वह दिल्ली काम पर गया था। फैक्ट्री में पिछले दो वर्षों से टोपी सिलाई के कारीगर का काम करता था। पिता भी दिल्ली में ही रिक्शा चला कर जीविकोपार्जन करते हैं। ताहिर का बड़ा भाई मो. जाकिर भी दिल्ली में ही रहता है। दो छोटे भाई व दो बहन घर पर (मलमल) में मां के साथ रहकर पढ़ाई करते हैं। साकिर तीन बच्चों का पिता था। पत्नी गर्भवती है। वह अभी मायके परसौनी में है।
साकिर की मौत की खबर सुन मां मेमून खातून व चार छोटे भाई-बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने बताया कि साकिर मिलनसार स्वभाव का था। इस कारण परिवार में सबका प्यारा था। उनके कंधे पर दो छोटे भाई की पढ़ाई व दो बहनों की शादी की जिम्मेवारी थी। किन्तु नियति को कुछ और ही मंजूर था। तीन छोटे-छोटे बच्चे व पत्नी की तो ङ्क्षजदगी ही उजड़ गई। पत्नी शाहिस्ता परवीन रो-रोकर बेहाल हो गई हैं।
साकिर के भाई मो. जाकिर ने मोबाइल पर बताया कि फैक्ट्री में आग लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे नई दिल्ली स्थित लोक नायक अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान ही चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। शव को एंबुलेंस से पैतृक गांव मलमल लाने की तैयारी की जा रही है।
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