मुजफ्फरपुर में बड़े जमीन कारोबारी आशुतोष शाही की बॉडीगार्ड समेत हत्या, चार बदमाशों ने पांच लोगों को मारी गोली
मुजफ्फरपुर में आशुतोष शाही की बॉडीगार्ड समेत कर दी गई हत्या। अपराधियों ने घर में घुसकर गोलियों से छलनी कर दिया। हमले में दोनों बॉडीगार्ड को भी गोली लगी जिसमें से एक की मौत हो गई। कुल पांच लोगों को गोलियां मारी गईं हैं। इनमें से एक की हालत नाजुक है। चार लोगों ने घटना को अंजाम दिया। आशुतोष शाही जमीन के कारोबार से जुड़े थे।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता: मुजफ्फरपुर। जिले के बड़े जमीन कारोबारी आशुतोष शाही की बॉडीगार्ड समेत हत्या कर दी गई है। शुक्रवार रात करीब नौ बजे चार की संख्या में आए बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया, उस समय आशुतोष शाही अपने अधिवक्ता डॉलर के घर पर किसी मामले पर विमर्श कर रहे थे।
बताया जाता है कि बदमाशों ने घर में घुसकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। वहां मौजूद पांच लोगों पर एक-एक कर गोलियां दाग दी। आशुतोष शाही के बॉडीगार्ड संभल नहीं पाए। हमलावरों ने दोनों बॉडीगार्ड को भी गोली मार दी।
आशुतोष शाही की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। एक बॉडीगार्ड ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। एक बॉडीगार्ड की हालत गंभीर बताई जा रही है। अधिवक्ता समेत दो अन्य निजी अस्पताल में भर्ती हैं। घटना के पीछे जमीन विवाद का ही कारण माना जा रहा है।
विदित हो कि पूर्व महापौर समीर कुमार की मौत के मामले में आशुतोष शाही आरोपित थे। इनकी भी हत्या वहीं की गई है, जहां समीर कुमार की हुई थी। मारवाड़ी हाई स्कूल के नजदीक यह घटना हुई।
आशुतोष शाही जमीन के कारोबार से जुड़े थे। उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में नामांकन भी किया था। नामांकन अवैध होने के कारण वह चुनाव नहीं लड़ पाए थे।
बता दें कि पिछले साल मंटू शर्मा ने उन्हें जान से मरने की धमकी दी थी। पुलिस ने मुंबई से मंटू शर्मा को गिरफ्तार किया था।
एसएसपी के साथ सिटी एसपी, नगर डीएसपी व पूर्वी डीएसपी जांच में जुटे
घटना की सूचना के बाद स्थानीय थाने के पदाधिकारियों के साथ एसएसपी, सिटी एसपी, नगर डीएसपी व पूर्वी डीएसपी के साथ विशेष टीम के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। सभी पदाधिकारी अपने-अपने स्तर से जांच कर साक्ष्य का संकलन कर रहे थे। इस दौरान स्थानीय लोगों से पूछताछ कर बदमाशों के हुलिए व उम्र के बारे में जानकारी भी ली गई।
गुत्थी सुलझाने को लेकर आसपास के इलाके में लगे सीसी कैमरे के फुटेज भी पुलिस खंगाल रही है, ताकि बदमाशों की पहचान कर गिरफ्तारी की कवायद की जा सके। वैसे प्रारंभिक सूचना व लोगों से मिली जानकारी के आधार पर विशेष टीम ने आसपास के इलाकों में छापेमारी शुरू कर दी गई है। देर रात तक किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है।