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पश्चिम चंपारण में ऑक्सीजन सिलेंडर पर प्रशासन का पहरा, नहीं होगी किल्लत

अस्पतालों में भी ऑक्सीजन की मांग बढ़ी है। लेकिन देश के अन्य भागों से इतर जिले में फिलहाल आक्सीजन सिलेंडरों की किल्लत नहीं है। जिला प्रशासन की सख्ती और तत्परता के कारण हालात नियंत्रण में हैं। प्रशासनिक स्तर से ऑक्सीजन की आवक और खर्च की लगातार मॉनिटङ्क्षरग हो रही है।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 23 Apr 2021 04:01 PM (IST)Updated: Fri, 23 Apr 2021 04:01 PM (IST)
ऑक्सीजन स्पलायर के गोदाम की जांच करते अधिकारी। जागरण

पश्‍च‍िम चंपारण, जासं। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी के बाद आक्सीजन सिलेंडरों की मांग बढ़ गई है। देश के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए मची हाय-तौबा की खबर के बाद कई लोग खुद के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर सुरक्षित रखना चाहते हैं। अस्पतालों में भी ऑक्सीजन की मांग बढ़ी है। लेकिन देश के अन्य भागों से इतर जिले में फिलहाल आक्सीजन सिलेंडरों की किल्लत नहीं है। जिला प्रशासन की सख्ती और तत्परता के कारण हालात नियंत्रण में हैं। प्रशासनिक स्तर से ऑक्सीजन की आवक और खर्च की लगातार मॉनिटङ्क्षरग हो रही है। स्टेशन चौक के एक ऑक्सीजन सिलेंडर विक्रेता ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारी प्रतिदिन जांच करते हैं। मुजफ्फरपुर से भरती कितने सिलेंडर आए और कितने सिलेंडर कहां-कहां गए, इसकी पूरी जानकारी देनी पड़ती है। प्रतिदिन की रिपोर्ट दर्ज होने से ऑक्सीजन सिलेंडर कालाबाजारी की कोई गुंजाइश नहीं है। इधर जिलाधिकारी ने भी ऑक्सीजन की किल्लत नहीं होने देने की बात कही है। इस संबंध में डीएम बैठक भी कर चुके हैं। डीएम ने सप्लायरो को भरी हुई कुछ जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर रिजर्व में रखने को भी कहा है। ताकि आपातकालीन स्थिति में इसका उपयोग किया जा सके।

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