समस्तीपुर जिले के 28 सौ स्कूली बच्चों ने केंद्र को भेजे नवाचार, उनकी सहभागिता इसलिए है महत्वपूर्ण
अब 15 अक्टूबर तक भेजे जाएंगे नवाचार पहले 30 सितंबर तक ही भेजनी थी नवाचार। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की राज्य परियोजना पदाधिकारी किरण कुमारी ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र भेजकर प्रतियोगिता के विस्तारित तिथि की जानकारी दी है।
समस्तीपुर, जेएनएन। स्कूलों में पढऩे वाले कक्षा छह से दसवीं तक के जिन बच्चों ने राष्ट्रीयस्तर पर अपने नवाचारी आइडिया को नहीं पहुंचाया है, उनके लिए अभी और मौका है। विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी विभाग द्वारा इंस्पायर अवार्ड मानक प्रतियोगिता में नवाचारों को ऑनलाइन अपलोड करने के लिए तिथि बढ़ा दी गई है। पहले 30 सितंबर तक ही इस प्रतियोगिता में शामिल हुआ जा सकता था, लेकिन कोरोना काल की वजह से अब 15 अक्टूबर तक ऑनलाइन नवाचार भेजे जा सकते हैं। अच्छी बात यह है कि समस्तीपुर से 28 सौ से अधिक बच्चों ने अपने नवाचार इस प्रतियोगिता के लिए शामिल कराए हैं। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की राज्य परियोजना पदाधिकारी किरण कुमारी ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र भेजकर प्रतियोगिता के विस्तारित तिथि की जानकारी दी है। साथ ही अधिकाधिक बच्चों को इसमें शामिल कराने का निर्देश दिया है।
नई पीढ़ी को भविष्य का नवाचारी (इनोवेटर) तथा नवप्रवर्तक बनाने के मकसद से केन्द्र सरकार द्वारा देशभर के छठी से 10वीं के छात्र-छात्राओं के लिए इंस्पायर अवार्ड मानक का आयोजन हर साल करती है। इसमें प्रत्येक साल जिले के विद्यार्थियों ने मजबूत दावेदारी पेश की है। जिन बच्चों के आइडिया केंद्र सरकार द्वारा चुने जाएंगे, उन्हें 10 हजार रुपये दिये जाएंगे, ताकि बच्चे अपने नवाचारी आइडिया का मॉडल बना सकें।
छात्रवृत्ति के लिए यह जरूरी
इंस्पायर अवार्ड में मिलने वाली छात्रवृत्ति के लिए विद्यार्थी का खाता राष्ट्रीयकृत किसी भी बैंक में रहे, आवेदन करने से लेकर चयन होने के उपरांत कम से कम तीन महीने तक खाता सक्रिय रहना जरूरी है। सरकारी व निजी पंजीकृत स्कूलों के प्रधानाध्यापक अपने स्कूल से कम से कम उच्च प्राथमिक के तीन विद्यार्थियों और माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूल से पांच विद्यार्थियों का नॉमिनेशन अनिवार्य रूप से कराने के निर्देश दिया गया है।
क्या है इंस्पायर अवार्ड योजना
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली की ओर से कक्षा छह से 10 तक के स्कूली विद्यार्थियों में सृजनात्मक व नवाचारी सोच विकसित करने के उद्देश्य से इंस्पायर अवार्ड मानक योजना का संचालन किया जा रहा है। यह योजना देशभर से स्कूली विद्यार्थियों के ऐसे श्रेष्ठ मौलिक, सृजनात्मक विचारों को संबल प्रदान करती है, जो कि सामाजिक आवश्यकताओं व उपयोगिता की कसौटी पर खरे उतरते हैं।
जिला शिक्षा पदाधिकारी बीरेंद्र नारायण ने बताया कि श्रेष्ठ मौलिक, सृजनात्मक विचार प्रस्तुत करने वाले विद्यार्थियों में से जिसका विचार श्रेष्ठ होगा, उसका चयन किया जाएगा। इसके लिए विद्यार्थी के खाते में डीबीटी योजना के तहत 10 हजार रुपए सीधे जमा होंगे।