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इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगा रेलनगरी जमालपुर के लिए आने वाला दस दिन

मुंगेर। ब्रिटिश सरकार के शासन काल में 8 फरवरी 1862 को रेल इंजन कारखाना जमालपुर की स्थापना की गई। उस समय जमालपुर रेलवे स्टेशन होकर ट्रेन का परिचालन आरंभ किया गया था। आजादी के पहले से आरंभ इस व्यवस्था के तहत रेल यात्री इस मार्ग का उपयोग कर रहे थे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 09:03 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 09:03 PM (IST)
इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगा रेलनगरी जमालपुर के लिए आने वाला दस दिन

मुंगेर। ब्रिटिश सरकार के शासन काल में 8 फरवरी 1862 को रेल इंजन कारखाना जमालपुर की स्थापना की गई। उस समय जमालपुर रेलवे स्टेशन होकर ट्रेन का परिचालन आरंभ किया गया था। आजादी के पहले से आरंभ इस व्यवस्था के तहत रेल यात्री इस मार्ग का उपयोग कर रहे थे। लेकिन, सेंट्रल रूट रिले सिस्टम से जमालपुर स्टेशन को जोड़ने के लिए पहली बार जमालपुर रेलवे स्टेशन से आगामी 20 सितंबर से 29 सितंबर तक पूरी तरह से ट्रेन सेवा बंद रहेगी। यह कार्य रेल नगरी के लोगों के लिए सुखद व दुखद दोनो अनुभूति का एहसास कराएगा, क्योंकि दस दिनों तक बंद होने वाली रेल सेवा से एक और जहां रेल यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। वहीं दूसरी ओर सीआरआरआई के निर्माण से रेल यात्रियों को इंटरलॉ¨कग की व्यवस्था का भी लाभ मिलने लगेगा ।

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मल्टीपल स्पेक्ट कलर लाइ¨टग सिस्टम पद्वति से होगा सिग्नल का काम

जमालपुर में पूर्व रेलवे के मालदा डिवीजन का पहला सेंट्रलाइज्ड रूट रिले सिस्टम निर्माणाधीन प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गया है। इस प्रक्रिया के तहत सिग्नल बदलने की पुरानी पद्धति को बदल कर सबसे आधुनिक पद्धति मल्टीपल स्पेक्ट कलर लाइ¨टग सिस्टम के अनुसार सिग्नल का कामकाज संचालित होगा।

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550 मजदूरों द्वारा 10 दिनों में किया जाएगा इस निर्माण कार्य को संपन्न

जमालपुर में निर्माणाधीन सेंट्रलाइज्ड रूट रिले सिस्टम के कार्यो को अपने निर्धारित सीमा के अंदर समापन के लिए रेलवे के निर्माण विभाग द्वारा 400 मजदूरों एवं सिग्नल एंड टेलीकॉम विभाग के 150 मजदूरों के सहारे 10 दिन के अंदर इस काम को खत्म कर लिया जाएगा। जिसको लेकर पूरी तैयारी उप मुख्य अभियंता (निर्माण) विभाग द्वारा कर ली गई है।

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पटरी के किनारे नाले का किया जाएगा जीर्णोद्धार

उप मुख्य अभियंता (निर्माण) जितेंद्र कुमार ने बताया कि रूट रिले इंटरलॉ¨कग सिस्टम में किसी प्रकार का व्यवधान ना हो और रेलवे ट्रैक पर जलजमाव की स्थिति ना बने इसको लेकर पुराने और जाम पड़े नाले का भी जीर्णोद्धार कराया जाएगा। ताकि वर्षा होने पर रेल पटरियों पर पानी का जमाव नहीं हो सके, इसको लेकर ही ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त किया जाएगा।

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40 रेलकर्मियों के कार्यों का निपटारा करेगा 02 बटन

जमालपुर रेलवे स्टेशन के पूर्वी एवं पश्चिमी के साथ साथ ¨लक केबिन में कार्यरत लगभग 40 रेल कर्मियों द्वारा ट्रेनों के आवागमन के दौरान मैनुअली सिग्नल एवं पटरी बदलने का कार्य किया जाता था, परंतु पूर्व रेलवे के मालदा डिवीजन के जमालपुर में निर्माणाधीन सबसे आधुनिक पद्धति सेंट्रलाइज्ड रूट रिले सिस्टम के तहत नन इंटरलॉ¨कग का कार्य को होम एवं रूट कहलाने वाला दो बटन से किया जाएगा।


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