संवाद सहयोगी, मुंगेर : 15 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या में मुंगेर निर्मित पिस्टल का भी इस्तेमाल हुआ था। इस मामले की जांच कर रही यूपी की एसआइटी टीम ने यह खुलासा किया है।
हमालवरों से बरामद की गई तीन में से दो पिस्टलें तुर्किए में बनी थीं, जबकि तीसरी पिस्टल मुंगेर में निर्मित होने की बात कही जा रही है।
तीन में से दो पिस्टल तुर्किये में बनी, एक मुंगेरी
टीम का कहना है कि तीन हमलावरों में से लवली और सन्नी ने तुर्किए निर्मित जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल किया था। हमलावर अरुण शौर्य ने मुंगेर में निर्मित पिस्टल से गोली चलाई थी।
हालांकि, इसकी पुष्टि से मुंगेर पुलिस नहीं कर रही है।
यूपी की टीम का कहना है कि तीनों हमलावरों ने 20 गोलियां चलाई थीं। इनमें से तीन गोलियां मुंगेरी पिस्टल से चली थीं। मुंगेर में निर्मित अवैध हथियारों की मांग देश के कई राज्यों में है।
मुंगेरी पिस्टल यूपी में बदमाशों की पहली पंसद
उत्तर प्रदेश में पहले भी मुंगेर के हथियार से घटनाओं को अंजाम दिया गया है। वहां के बदमाशों की मुंगेरी पिस्टल पहली पसंद है। मुंगेर में नाइन एमएम और 0.32 बोर की पिस्टल बनती है।
इन पिस्टलों और कारतूसों की सबसे ज्यादा खेप पूर्वांचल के अपराधियों को ही सप्लाई की जाती है। 20 हजार से 35 हजार की कीमत तक नाइन एमएम की पिस्टल आसानी से मिल जाती है।
यूपी में पकड़ा चुके मुंगेर के हथियार बनाने वाले लोग
2022 में यूपी में दो
मिनी गन फैक्ट्रियों का पर्दाफाश यूपी पुलिस ने किया था। पकड़े गए कई हथियार निर्माता मुंगेर के रहने वाले थे।
मीडिया पर खबरें चल रही हैं। इस मामले में कोई एजेंसी या पुलिस विभाग से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है। इस तरह की सूचना आती है तो मामले की जांच कराई जाएगी।
- जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी,
एसपी, मुंगेर।