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जयनगर रेल पीपी को रेल थाना बनाने की पहल

अगर रेल पुलिस के आला अफसरों द्वारा की जा रही कवायद सफल रही तो निकट भविष्य में जयनगर रेल पुलिस पोस्ट (पीपी) उत्क्रमित होकर जयनगर रेल थाना का दर्जा प्राप्त कर लेगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Feb 2018 03:00 AM (IST)Updated: Fri, 09 Feb 2018 03:00 AM (IST)
जयनगर रेल पीपी को रेल थाना बनाने की पहल

मधुबनी। अगर रेल पुलिस के आला अफसरों द्वारा की जा रही कवायद सफल रही तो निकट भविष्य में जयनगर रेल पुलिस पोस्ट (पीपी) उत्क्रमित होकर जयनगर रेल थाना का दर्जा प्राप्त कर लेगा। रेल जिला मुजफ्फरपुर के जयनगर-मधुबनी-दरभंगा रेल खंड पर जयनगर रेलवे स्टेशन पर स्थित रेल पीपी को उत्क्रमित कर रेल थाना बनाए जाने की पहल विभागीय स्तर पर प्रारंभ की गई है। रेल पीपी जयनगर को उत्क्रमित कर रेल थाना बनाने हेतु पुलिस अधीक्षक (रेलवे) ने प्रस्ताव तैयार कर इस पर सहमति एवं अनुशंसा प्राप्त करने के लिए प्रमंडलीय आयुक्त, दरभंगा, मधुबनी के जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक, मंडल रेल प्रबंधक समस्तीपुर तथा दरभंगा प्रक्षेत्र के आइजी एवं डीआइजी को प्रस्ताव भेज दिया है। अगर इन पदाधिकारियों द्वारा उक्त प्रस्ताव पर अपनी-अपनी सहमति एवं अनुशंसा की मुहर लगा दी जाती है तो जयनगर रेल पीपी केा उत्क्रमित कर रेल थाना बनाए जाने का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा। उक्त रेलखंड पूर्व मध्य रेल, हाजीपुर एवं मंडल रेल प्रबंधक, समस्तीपुर के अधीन आता है। जयनगर रेल स्टेशन भारत-नेपाल सीमा के समीप है। इस स्टेशन से महज एक किमी दूर पर भारत-नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा स्थित है। जयनगर स्टेशन से देश के विभिन्न बड़े शहरों के लिए ट्रेनों का परिचालन होता है। वहीं जयनगर से नेपाल के जनकपुर तक नई रेलखंड का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। इस प्रस्तावित रेल थाना का वर्तमान में क्षेत्राधिकार उगना हॉल्ट तक है।

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जयनगर रेल थाना निर्माण का औचित्य :

जयनगर रेलवे स्टेशन अंतरराष्ट्रीय सीमा से महज एक किमी की दूरी पर स्थित है। वर्तमान में इसका क्षेत्राधिकार उगना हॉल्ट तक 45 किमी तक है। लेकिन जयनगर से नेपाल के जनकपुर (जयनगर-वर्दीबास रेल परियोजना) के बीच नए रेलखंड का निर्माण हो जाने से इसका क्षेत्राधिकार विस्तारित होगी। यह रेलखंड अपराध एवं माओवादी सीमावर्ती नेपाल में सक्रियता की दृष्टि से काफी संवेदनशील है। अंतरराष्ट्रीय सीमा निकट रहने के कारण इस क्षेत्र की सामरिक संवेदनशीलता को देखते हुए ही जयनगर रेल पीपी को जयनगर रेल थाना में उत्क्रमित करने की आवश्यकता महसूस की गई है। ताकि अपराध नियंत्रण, विधि-व्यवस्था संधारण, रेल संपत्ति, रेलवे ट्रैक एवं रेल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

प्रस्तावित जयनगर रेल थाना के लिए पदाधिकारियों, कर्मियों की आवश्यकता :

जयनगर रेल पीपी को उत्क्रमित कर रेल थाना बनाए जाने की स्थिति में 45 पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों की आवश्यकता होगी। हालांकि वर्तमान में जयनगर रेल पीपी के लिए कुल 22 पद स्वीकृत है। लिहाजा जयनगर रेल पीपी को उत्क्रमित कर रेल थाना बनाए जाने पर अतिरिक्त 23 पदों की स्वीकृति करने की आवश्यकता होगी। वर्तमान में जयनगर रेल पीपी के लिए एक पुलिस अवर निरीक्षक, तीन सहायक अवर निरीक्षक, तीन हवलदार, 15 सिपाही का पद स्वीकृत है। जबकि जयनगर रेल पीपी को रेल थाना में उत्क्रमित किए जाने पर चार पुलिस अवर निरीक्षक, पांच सहायक अवर निरीक्षक, सात हवलदार तथा एक चालक सिपाही का पद स्वीकृत किए जाने का प्रस्ताव है। जयनगर रेल थाना बनने पर पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों पर सलाना 01 करोड़, 35 लाख, 99 हजार 184 रुपये अनुमानित व्यय का प्रस्ताव है।

प्रस्तावित जयनगर रेल थाना के अंतर्गत आने वाले गांव :

जयनगर, कोरहिया, खजौली, ललित-लक्ष्मीपुर, राजनगर, मंगरपट्टी, मधुबनी, पंडौल, उगना हॉल्ट, दुल्लीपट्टी, तारापट्टी, मंगती, दतुआर, सुक्खी, मनिअरवा, ककना, पाली, शिलानाथ बरही, छतौनी, महराजपुर, मकरंदा, कमलावारी एवं करमौली।

Þपुलिस अधीक्षक, मधुबनी से इस संबंध में एनओसी प्रतिवेदन प्राप्त होने के उपरांत ही तदनुकूल सहमति एवं अनुशंसा दी जाएगी।

----- शीर्षत कपिल अशोक, जिला पदाधिकारी, मधुबनी।


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