खतरनाक घाट पर लगाए जाएंगे बांस-बल्ले
जागरण संवाददाता, गोपालगंज : प्रशासनिक स्तर पर छठ पूजा को लेकर कड़ी चौकसी बरतने का निर्देश जारी किया ग
जागरण संवाददाता, गोपालगंज : प्रशासनिक स्तर पर छठ पूजा को लेकर कड़ी चौकसी बरतने का निर्देश जारी किया गया है। इस पर्व को देखते हुए घाट की सफाई से लेकर रोशनी तक का उत्तम प्रबंध होगा। साथ ही खतरनाक घाट पर बांस-बल्ले को लगाने के साथ ही नहाय खाय के दिन से घाट के इर्द गिर्द नावों के परिचालन पर पूर्ण रूप से रोक रहेगा। इस संबंध में जिलाधिकारी ने सभी बीडीओ, सीओ व थानाध्यक्ष को दिशानिर्देश जारी कर दिया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि छठ पूजा को लेकर जिलाधिकारी ने घाटों की सफाई से लेकर सुरक्षा को लेकर विशेष तौर पर निर्देश जारी किया है। जिले के चारों शहरी क्षेत्रों के कार्यपालक पदाधिकारियों को शहरी इलाके के घाट पर सुरक्षा प्रबंध से लेकर सफाई आदि का इंतजाम करने का निर्देश दिया गया है। अलावा इसके ग्रामीण इलाकों के तमाम छठ घाट पर भी पर्याप्त चौकसी के लिए बीडीओ व सीओ को निर्देश दिये गये हैं। ग्रामीण घाटों पर रोशनी का प्रबंध करने के लिए संबंधित पंचायत के मुखिया से सहयोग लेकर अंतरिम व्यवस्था करने को कहा गया है। जिले में मौजूद खतरनाक घाटों पर बांस-बल्ला लगाकर प्रत्येक घाट पर सुरक्षा का प्रबंध करने को कहा गया है। अलावा इसके इन घाटों पर चौकीदारों की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश जिलाधिकारी ने किया है। प्रत्येक घाट पर पर्याप्त रोशनी के साथ ही ध्वनि विस्तारक यंत्र की भी व्यवस्था करने को कहा गया है।
नदी तट पर रहेंगे गोताखोर
गोपालगंज : नदी के किनारे बनाये जाने वाले छठ घाट के किनारे गोताखोर को तैनात करने का निर्देश जिलाधिकारी ने जारी किया है। साथ ही घाट पर गहरे जल वाले स्थान पर बांस लगाकर अवरुद्ध क्षेत्र घोषित करने की व्यवस्था करने का जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है।
प्रत्येक प्रखंड में बनेंगे दो जोन
गोपालगंज : छठ पूजा के दौरान प्रत्येक प्रखंड को दो जोन में बांट कर छठ घाट पर सुरक्षा प्रबंध करने का निर्देश जिलाधिकारी ने दिया है। एक जोन के वरीय पदाधिकारी बीडीओ व दूसरे जोन के सीओ होंगे। अलावा इसके प्रत्येक छठ घाट पर टेंट आदि की भी व्यवस्था की जाएगी।
जिला स्तर पर काम करेगा नियंत्रण कक्ष
गोपालगंज : छठ पर्व को देखते हुए जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। यह नियंत्रण कक्ष 28 अक्टूबर की सुबह से 30 अक्टूबर तक लगातार कार्य करेगा। नियंत्रण कक्ष में आठ-आठ घंटे की पाली में पदाधिकारी व कर्मियों को तैनात किया जाएगा। अलावा इसके अनुमंडल स्तर पर भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा।