मानव रहित फाटकों की निगरानी करेंगे रिटायर्ड फौजी
अब मानव रहित रेल फाटकों पर रिटायर्ड फौजियों की तैनाती की जाएगी।
मोतिहारी। अब मानव रहित रेल फाटकों पर रिटायर्ड फौजियों की तैनाती की जाएगी। कर्मियों की कमी को देखते हुए रेल प्रबंधन ने इस तरह के रेल फाटकों पर फौजियों की तैनाती का निर्णय लिया है। इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया गया है। मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज एवं सुगौली-रक्सौल रेलखंड के कुछ फाटकों पर योगदान दे चुके लोगों की तैनाती भी हो चुकी है। नई व्यवस्था से दुर्घटनाओं में कमी आएगी। समस्तीपुर रेल मंडल कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक उक्त रेल खंड पर 46 रिटायर्ड फौजियों की तैनाती की जानी है। उनमें से 32 ने बापूधाम मोतिहारी सहायक मंडल कार्यालय में योगदान दे दिया है। उन्हें मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज एवं सुगौली-रक्सौल रेल खंड के मानव रहित फाटकों पर तैनात कर दिया गया है। शेष लोगों की तैनाती योगदान करने के बाद कर दी जाएगी। बताया गया है कि जिन मानव रहित फाटकों पर इनकी ड्यूटी लगाई गई है, वहां लि¨फ्टग बैरियर लगाया गया है।
सहायक मंडल अभियंता, बापूधाम मोतिहारी अर्जुन ¨सह ने कहा कि
मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज एवं सुगौली-रक्सौल रेलखंड के सभी मानव रहित रेल फाटकों पर रिटायर्ड फौजियों की तैनाती करने का कार्य शुरू कर दिया गया है। इस व्यवस्था से दुर्घटना की संभावनाओं को समाप्त किया जा सकेगा।
तैनाती से पूर्व फौजियों को दिया गया प्रशिक्षण संविदा पर बहाल 46 रिटायर्ड फौजियों की समस्तीपुर संरक्षा विभाग ने प्रशिक्षण दिया है। प्रशिक्षण के बाद योगदान देनेवाले फौजियों की तैनाती की गई है। बताया गया है कि इनकी संविदा की अवधि एक वर्ष के लिए है। एक साल बाद स्वास्थ्य जांच के बाद संविदा की अवधि विस्तार किया जाएगा। सेवा शर्त में तय किया गया है कि यदि ड्यूटी के दौरान नशे की हालत में फौजी पाए जाते हैं या अपने कर्तव्यों में लापरवाही की बात सामने आती है तो उन्हें सेवा से हटाने का अधिकार सहायक मंडल अभियंता को होगा।