Bapudham Motihari Station: ऐतिहासिक बापूधाम स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने की रफ्तार हुई तेज, 205 करोड़ रुपये होंगे खर्च
बापू से जुड़े ऐतिहासिक बापूधाम मोतिहारी स्टेशन का लुक आनेवाले दिनों में काफी बदल जाएगा। रेल मंत्रालय ने बापूधाम स्टेशन के 14 एकड़ भूमि को सौन्दर्यीकरण का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। बापूधाम मोतिहारी स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने में 205 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। इधर कंस्ट्रक्शन कंपनी ने बापूधाम स्टेशन को सुंदर व सुविधा संपन्न बनाने के लिए व्यापक कार्ययोजना के साथ निर्माण कार्य कर रही है।
संवाद सहयोगी, मोतिहारी। बापूधाम मोतिहारी स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने के लिए चल रहे पुनर्विकास कार्यों की रफ्तार तेज हो गई है। स्टेशन के कार्यालयों को शिफ्ट करने को लेकर बनाए जा रहे अस्थाई भवन निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है। भवनों का रंग-रोगन और वायरिंग का कार्य अंतिम चरण में है। मार्च के प्रथम सप्ताह में बापूधाम स्टेशन के सभी कार्यालय अस्थाई भवन में शिफ्ट हो जाएंगे। उसके बाद स्टेशन भवन को तोड़ने का कार्य प्रारंभ किया जाएगा। जबकि नए पार्सल भवन निर्माण के लिए पायलिंग का कार्य अंतिम चरण में है।
बता दें कि 'बापू' से जुड़े ऐतिहासिक बापूधाम मोतिहारी स्टेशन का लुक आनेवाले दिनों में काफी बदल जाएगा। रेल मंत्रालय ने बापूधाम स्टेशन के 14 एकड़ भूमि को सौन्दर्यीकरण का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। बापूधाम मोतिहारी स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने में 205 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। इधर, कंस्ट्रक्शन कंपनी ने बापूधाम स्टेशन को सुंदर व सुविधा संपन्न बनाने के लिए व्यापक कार्ययोजना के साथ निर्माण कार्य कर रही है।
इस योजना के तहत स्टेशन का मुख्य भवन कुल चार मंजिला होगा। चार मंजिला भवन पर यात्रियों की जरूरतों से संबंधित दुकानें होगी। नए भवन में फूड प्लाजा होगा, जहां इंडियन और चायनीज व्यंजनों का स्वाद मिलेगा। साथ ही यात्रियों के आराम करने के लिए सुविधायुक्त रिटायरिंग रूम होगा जिसमें पर्याप्त कमरे होंगे। वहीं, बैंक्वेट हॉल भी उपलब्ध होगा। चार मंजिला मुख्य भवन का निर्माण 7035 वर्ग मीटर में होगा। प्रत्येक प्लेटफॉर्म के लिए लिफ्ट, एस्केलेटर और सीढ़ियों को प्रावधान होगा। कंस्ट्रक्शन कंपनी ने यात्रियों की हर आवश्यक सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए ''वर्क प्लान'' के तहत काम कर रही है।
दूसरे नंबर के प्लेटफॉर्म का भी होगा विकास
स्टेशन के पश्चिम भाग में प्लेटफॉर्म संख्या दो का भी विकास होगा। यह प्लेटफॉर्म दो मंजिला बनेगा। इसका आकार 1500 वर्ग मीटर होगा। स्टेशन के दोनों प्लेटफार्म पर लिफ्ट की सुविधा उपलब्ध रहेगी। साथ ही यात्रियों के आने-जाने के लिए लिफ्ट, एक्सलेटर व सीढ़ियों की भी व्यवस्था रहेगी।
दोनों प्लेटफॉर्म का अधिकांश भाग रहेगा शेड युक्त
स्टेशन आने वाले यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर बगैर शेड के नहीं रहना पड़ेगा। दोनों प्लेटफॉर्म के अधिकांश भागों में शेड रहेगा जिससे गर्मी या बरसात में परेशानियों से यात्री बचेंगे।
लगेगा सोलर सिस्टम, बिजली पर नहीं रहेगी निर्भरता
बिजली नहीं रहने की स्थिति से निपटने और उर्जा बचत को लेकर रेलवे ने सोलर सिस्टम लगाने का निर्णय लिया है। सोलर सिस्टम यात्री शेड के ऊपर लगाया जाएगा। इसके माध्यम से स्टेशन परिसर जगमग रहेगा। दोनों स्टेशन के शेड के ऊपरी सतह पर सोलर प्लेटें लगाई जाएगी। ताकि स्टेशन की उर्जा जरुरतों का एक हिस्सा प्रदूषण रहित बिजली से पूरा किया जा सके।