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Ara News: आरा के वोटरों को गर्मी की अपेक्षा गुलाबी सर्दी से है ज्यादा प्यार, क्या इस बार बदलेगा ट्रेंड

Ara News वीर कुंवर सिंह की धरती के मतदाताओं के शौख भी गजब के निराले है। यहां के लाखों वोटरों को मतदान करने के मामले में गुलाबी जाड़े के मौसम से मानो प्यार हो गया है। इस मौसम में होने वाले चुनाव में इन सभी ने जमकर वोटिंग की है। पटना-शाहाबाद और आरा में अब तक हुए 17 बार के चुनाव पर गौर करें तो तस्वीर यही बयां करती है।

By dharmendra kumar singh Edited By: Sanjeev Kumar Published: Sun, 31 Mar 2024 03:49 PM (IST)Updated: Sun, 31 Mar 2024 03:49 PM (IST)
आरा के वोटरों को गर्मी की अपेक्षा गुलाबी सर्दी से है ज्यादा प्यार (जागरण)

धर्मेंद्र कुमार सिंह, आरा। Ara News: वीर कुंवर सिंह की धरती के मतदाताओं के शौख भी गजब के निराले है। यहां के लाखों वोटरों को मतदान करने के मामले में गुलाबी जाड़े के मौसम से मानो प्यार हो गया है। इस मौसम में होने वाले चुनाव में इन सभी ने जमकर वोटिंग की है। पटना-शाहाबाद सह आरा में अब तक हुए सत्रह बार के चुनाव पर गौर करें तो आकड़े कुछ यहीं तस्वीर बयां करती है।

जब-जब जाड़े के मौसम मतदान हुआ यहां के वोटरों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हुए मतदान प्रतिशत का एक नया रिकॉड बनाया जो आज तक नहीं टूटा। देश में हुए 17 लोकसभा के चुनाव में सबसे ज्यादा दस बार मतदान जाड़े में, छह बार गर्मी में और एक बार बरसात के मौसम हुआ है। सर्दी में दस बार हुए मतदान में ही सबसे ज्यादा 1998 के 16 फरवरी को हुए आम चुनाव में 65.88 फीसदी लोगों ने अपना मत दे नया रिकॉड बनाया था, जो आज तक कायम है।

जाड़े में तीन बार साठ फीसदी से ज्यादा तो पचास व पैतालीस फीसदी से ज्यादा तीन-तीन बार मतदान हुआ। दूसरी तरफ आरा के इतीहास में सबसे लो मतदान का स्कोर गर्मी के मौसम में ही बना था। जब 23 अप्रैल 2009 के आम चुनाव में 35.77 फीसदी लोगों ने अपने मत का प्रयोग किया था। वहीं इस मौसम में साठ प्रतिशत से ज्याद एक और पचास से ज्यादा दो और पैतालीस से ज्यादा एक बार मतदान हुआ है। वहीं एक बार बरसात में मतदान करने का मौका यहां के लोगों को मिला है।

इस बार मतदान का प्रतिशत बढ़ाना चुनौती

इस चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ाना प्रशासन के साथ राजनैतिक दलों के लिए भी चुनौती है। चुनाव आयोग अब तक मतदाता जागरुकता को ले कई तरह से प्रयास कर रहा है। इस बार प्रशासन 65 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग कराने के लिए आंगनबाड़ी, जीविका के साथ अन्य सामाजिक संगठनों का भी सहारा ले रहा है। अब देखना है इस बार रिकाड टूटने के साथ नया बनता है या इस पर लाखों रुपये खर्च होने के बाद भी वही स्थिति रहती है।

जाड़े में हुए चुनाव

लोकसभा प्रतिशत मतदान तिथि

1952 47.64 27 मार्च

1957 46.51 25 फरवरी

1962 54.13 19 फरवरी

1967 56.29 15 फरवरी

1971 60.49 03 जनवरी

1977 65.00 16 मार्च

1980 50.29 06 जनवरी

1984 48.58 24 दिसंबर

1989 52.56 26 नवंबर

1998 65.88 16 फरवरी

गर्मी में हुए चुनाव

1991 64.40 20 मई

1996 58.49 07 मई

2004 57.86 20 अप्रैल

2009 35.77 23 अप्रैल

2014 48.96 17 अप्रैल

2019 51.71 19 मई

बरसात में हुए चुनाव

1999 61.46 25 सितंबर

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