Weather update: पहाड़ों पर हो रही है बर्फबारी, भागलपुर सहित पूर्व बिहार, सीमांचल, कोसी में कुछ ऐसा रहेगा मौसम
Weather update पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है। पूर्व बिहार सीमांचल व कोसी के जिलों में ठंड का प्रकोप बढ़ जाएगा। भागलपुर में भी सर्दी बढ़ेगी। न्यूनतम तापमान 16-17 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 30 से 31 रहेगा। इस बार लोगों को काफी परेशानी होगी।
संवाद सहयोगी, भागलपुर। Weather update: जम्मू- कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश में हो रही बर्फबारी और वहां से आ रही पछुआ हवा भागलपुर और आसपास के क्षेत्रों में ठंड बढ़ाएगी। पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल में भी अब ठंड बढ़़ने की संभावना है। हालांकि, दिवाली के बाद से ही शहर में हल्की-हल्की ठंड शुरू हो गई है। बिहार कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग ने बताया कि पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी हो रही है। उधर से आने वाली पछुआ हवा सर्दी लेकर आएगी। इसका असर भागलपुर में भी पढ़ेगा। भागलपुर का तापमान: भागलपुर और आसपास की बात करें तो वातावरण में जहां तहां धुंध छायी रहेगी। फिलवक्त न्यूनतम तापमान 16-17 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 30 से 31 डिग्री सेल्सियस तक बना रहेगा।
न्यूनतम तापमान में गिरावट का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है। पांच किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवा चलेगी। आसमान में छिटपुट बादल छाये रहेंगे, जिससे धूप-छांव की स्थिति बीच-बीच में बनती रहेगी। दिन गर्म रहेगा जबकि सुबह और रात के समय ठंड का एहसास होगा। चिकित्सकों की मानें तो ऐसे मौसम में अधिक सावधान रहने की जरूरत है, अन्यथा बीमार पड़ जाएंगे। इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गों की बेहतर देखभाल करने की जरूरत है।
सब्जी की खेती में हल्की सिंचाई करने का सुझाव कृषि विज्ञानियों की मानें तो फिलवक्त ठंड बढ़ना जरूरी है। ताकि किसान गेहूं फसल की बोआई कर सकें। सब्जी की खेती में हल्की सिंचाई करने का विज्ञानियों ने सुझाव दिया है। जबकि पशुओं को साफ सुथरा और सुखा सेड में रखने की सलाह दी गई है। दुधारू पशुओं को नियमित खनिज और मिनरल देना चाहिए ताकि उस पर बदल रहे मौसम का असर नहीं हो।
इस बार पड़ेगी कड़ाके की ठंड
मौसम विभाग की माने तो इस बार कड़ाके की ठंड पड़ने का पूर्वानुमान बताया गया है। ठंड पिछले कई वर्षों का रिकार्ड तोड़ सकता है। जनवरी माह में ठंड का असर अपने चरम सीमा पर होगा। न्यूनतम तापमान काफी न्यूनतम हो सकता है। हालांकि ऐसी स्थिति लंबे समय के लिए नहीं होगी। फिर धीरे-धीरे तापमान ऊपर होने लगेगा। कृषि विज्ञानियों की माने तो खेती किसानी के लिए मौसम अनुकूल रहेगा।