कोरोना का डर-कम हुआ बंध्याकरण: बांका में आपरेशन कराने निजी अस्पतालों का रुख कर रहे लोग
परिवार नियोजन को लेकर जागरूक परिवार कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर अभी थम गए हैं। लिहाजा ऐसे लोग जो बंध्याकरण कराना चाहते हैं वो हास्पिटल नहीं जा रहे हैं। अन्य बीमारियों के लिए होने वाले आपरेशन को लेकर भी वे निजी हास्पिटल ही जा रहे हैं।
संवाद सहयोगी, बांका: सदर अस्पताल में कोरोना का खौंफ सीधा देखा जा रहा है। यहां पर आपरेशन कराने वाले लोग कम पहुंच रहे हैं। जबकि कोरोना काल पहले आम आपरेशन की संख्या अधिक थी, फिलवक्त यहां आंकड़े कम हो रहे हैं। सदर अस्पताल में बंध्याकरण, सिजेरियन, हर्निया व हाइड्रोसिल का आपरेशन किया जाता है। बांका सदर अस्पताल में मात्र एक सर्जन चिकित्सक की तैनाती है। जिनके भरोसे सभी आपरेशन को अंजाम दिया जाता है।
- बीते वर्ष 781 लोगों को मिला था आयुष्मान योजना का लाभ
सदर अस्पताल में कोरोना काल के पूर्व आयुष्मान योजना का लाभ लेने वाले मरीजों की संख्या अच्छी खासी थी। लेकिन लेकिन वर्ष 2021 में एक भी लोगों ने इसका लाभ नहीं लिया है। जबकि सीएससी के द्वारा लगातार आयुष्मान कार्ड बनाने का काम चल रहा है। लेकिन लाभुक इसका लाभ लेने से पीछे हो रहे हैं।
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- जिले के किसी निजी नर्सिंग होम में आयुष्मान योजना का लाभ नहीं
बांका जिला में आठ पंजीकृत नर्सिग होम है। जहां पर हर प्रकार की सुविधा मरीजों को दी जाती है। जिले के आठों नर्सिंग में प्रसव से लेकर अन्य आपरेशन किया जा रहा है। मरीज को मजबूरन अधिक रकम देकर अपना इलाज कराना होता है।
- सदर अस्पताल में हर्निया के मात्र दस आपरेशन
सदर अस्पताल की बात की जाएं तो यहां पर बंध्याकरण के 478, सिजेरियन 38, हाइड्रोसिल 20 व हर्निया के मात्र दस आपरेशन अभी तक किए गए हैं। कोरोना काल के पहले इसकी संख्या कुछ ज्यादा थी। लेकिन सदर अस्पताल में फिलहाल कोरोना के खौफ के कारण भी लोग नहीं पहुंच रहे है। अस्पताल प्रबंधक अमरेश कुमार ने बताया कि यहां पर बंध्याकरण की रफ्तार तेज है। लेकिन अन्य आपरेशन में करीब बीस फीसदी की गिरावट आ गई है। कहीं ना कहीं लोग कोरोना को लेकर भी परहेज कर रहे हैं।