दुनिया में आई ड्राइवरलेस कार तो दोगुना हो जाएगा यात्रा का समय, पढ़िए पूरी रिपोर्ट
कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय की अध्यन में यह बात सामने आई है सड़कों पर ड्राइवरलेस कार के आने के बाद उसमें बैठे यात्रियों की यात्रा का समय दोगुना हो बढ़ जाएगा
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। कई कार कंपनियां दुनियाभर में अपनी ड्राइवरलेस टेक्नोलॉजी पर काम कर रही हैं। इतना ही नहीं कुछ कंपनियों ने तो कई वर्षों पहले से ही इसकी टेस्टिंग शुरू कर दी है, लेकिन इस पर निर्भर होता सपना अभी भी एक सपना ही लग रहा है। इस बीच कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय की अध्यन में यह बात सामने आई है सड़कों पर ड्राइवरलेस कार के आने के बाद उसमें बैठे यात्रियों की यात्रा का समय दोगुना हो बढ़ जाएगा क्योंकि लोग पार्किंग में लगाने की बजाय कार को क्रूज मोड (घुमाने वाले मोड) में डाल सकते हैं।
बचाना चाहेंगे लोग पार्किंग का खर्च
कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के ट्रांसपोर्ट प्लानर प्रो. एडम मिलार्ड का कहना है कि अगर सेल्फ ड्राइविंग कार पार्किंग में खड़ी न होकर चारों और घूमती रहेगी तो इससे पार्किंग की बचत होगी, लिहाजा लोगों का झुकाव इसी तरफ होगा। यह एक बहुत बड़ी समस्या उभरकर सामने आएगी क्योंकि कार पार्किंग में खड़ी होने की बजाए कम स्पीड से सड़क पर ही घूमती रहेगी तो इससे ट्रैफिक पर दबाव बढ़ेगा और अन्य वाहनों को निकलने में समस्या का सामना करना पड़ेगा। इतना ही नहीं इससे यात्रा का समय भी बढ़ जाएगा।
मिलार्ड ने अपने एक बयान में आगे कहा, "अगर बिजली खर्च का कम होना, मेंटेनेंस और प्रति घंटे कार का खर्च निकालेंगे तो यह छोटे शहर की पार्किंग लागत से भी काफी कम होगा जो करीब 50 सेंट प्रति घंटा (करीब 32 रुपये) आता है।
भीड़भाड़ वाले इलाकों में अपना सकते हैं चार्जिंग मॉडल
सैन फ्रांसिस्को के ट्रैफिक माइक्रोसिम्यूलेशन मॉडल के जारी किए आंकड़ों के आधार पर यह निष्कर्ष सामने आया है कि सड़कों पर सेल्फ ड्राइविंग कारों से वास्तव में यात्रा का समय दोगुना हो जाएगा। इसके अलावा मिलार्ड ने इस समस्या का समाधान भी बताया और उन्होंने कहा कि शहर के भीड़भाड़ और व्यस्त इलाकों के लिए चार्जिंग मॉडल अपना सकते हैं और इसमें वाहनों के व्यस्त और भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए भुगतान करना होगा। ऐसे में आप वाहनों को क्षेत्र के भीतर प्रवेश करने पर 1 घंटे के आधार पर चार्ज किया जा सकता है, भले ही वे पार्किंग में खड़े हों या फिर चल रहे हों।
यह भी पढ़ें:
फॉर्च्यूनर से भी ज्यादा महंगी है इस कार की नंबर प्लेट, जानें क्या है खास