Mahindra XUV500 पर वरिष्ठ डॉक्टर ने चढ़ाई गोबर की परत, बताई अनोखी वजह
अहमदाबाद के सेजल शाह के बाद पुणे के डॉक्टर नवनाथ दुधल ने अपनी कार पर गोबर की परत चढ़ाई है
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। आजकल देश में कारों पर गोबर की लपाई का चलन काफी बढ़ता जा रहा है। अहमदाबाद के सेजल शाह के बाद, पुणे के डॉक्टर नवनाथ दुधल ने अपनी कार पर गोबर की परत चढ़ाई है। जिस समय सेजल की टोयोटा कोरोला अल्टिस इंटरनेट पर काफी तेजी से वायरल हो रही थी। वहीं, अब दुधल ने दावा किया है कि उन्होंने अपनी कार पर गोबर की परत कार ठंडी करने के लिए की है। Sakal Times की रिपोर्ट के मुताबिक डॉक्टर नवनाथ दुधल का कहना है कि पुणे में बढ़ती गर्मी और प्रदूषण के चलते कार का AC ज्यादा काम नहीं करता, जिसके चलते उन्होंने अपनी पहली जनरेशन XUV500 पर गोबर की लिपाई कराई है।
तस्वीर में आप डॉक्टर नवनाथ दुधल को देख सकते हैं जो अपनी कार के साथ खड़े हैं, जिसपर गोबर की लिपाई की गई है। हालांकि, कार के लाइट्स, बम्पर और ग्लास एरिया को गोबर की परत से बचा कर रखा है। दुधल का कहना है कि उन्होंने अपनी कार पर गोबर के 3 कोट्स का इस्तेमाल किया है।
नवनाथ दुधल मुंबई के टाटा केंसर हॉस्पिटल में एक वरिष्ठ डॉक्टर हैं। वह इस विचार पर अड़ गए हैं क्योंकि वे नियमित रूप से कैंसर रोगियों के लिए गोमूत्र के लाभ का अध्ययन करते हैं। हालांकि, अभी तक कोई भी सिद्ध अध्ययन या ऐसा कोई सत्यापन नहीं हुआ है, जिसमें कहा गया हो कि गोबर कार को ठंडा रखने में मदद करता है।
नवनाथ दुधल से इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया, "कार पर गाय के गोबर के तीन कोट लगाए गए हैं और यह एक महीने तक कार पर रहता है। सूरज की रेडिएशन सीधे कार की छत को तुकसान नहीं पहुंचाते हैं, इसलिए कार के अंदर का तापमान बाहरी तापमान से 5-7 डिग्री सेल्सियस कम है। गाय के गोबर को पानी से निकाल कर एस सूती कपड़े से रगड़ कर निकाला जाता है। इससे गोबर के दाग कार की बॉडी पर नहीं टिकते हैं और न ही कार का पेंट प्रभावित होता है। कुछ समय के लिए कार के अंदर गाय के गोबर की गंध महसूस होती है, लेकिन थोड़ी देर के बार कार के अंदर कोई गंध नहीं रहती।"
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