कैसे करें पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप ,क्या है इससे जुड़ें नियम, जानें RTO द्वारा बताए गए नियमों के बारे में
अगर आपकी कार भी 15 साल से अधिक की पुरानी है तो ये खबर आपके काम की है। आज हम आपको बताएंगे कैसे अपनी पुरानी कार को स्क्रैप करें और स्क्रैप पॉलिसी के नियम क्या है। पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप कैसे करें। (जागरण फोटो)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। जैसा कि आप सब जानते हैं भारत में दिन पर दिन प्रदूषण काफी तेजी से बढ़ते जा रहा है। जिसको लेकर केंद्र सरकार से राज्य सरकार तक काफी सतर्क है। बजट 2023 में व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी पर काफी जोर दिया गया है। जिसके कारण प्रदूषण के स्तर को कम हो जाएगा। केंद्रीय बजट 2023 के भाषण में बताया कि सभी पुरानी गाड़ियों और एंबुलेंस को स्क्रैप पॉलिसी के तहत कबाड़ कर दिया जाएगा। पॉल्यूशन को कंट्रोल करने के लिए पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप करने पर जोर दिया जाएगा।
ऑटो कंपनियों के राजस्व में होगी बढ़त
आपको बता दे पुराने वाहनों को स्क्रैप करने से ऑटो कंपनियों के राजस्व में काफी बढ़ोतरी मिलेगी और स्क्रैप के बाद नई कार खरीदने पर भी छूट मिलेगी। अब इसके लिए सवाल ये उठता है कि आखिर पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप कैसे करें, तो चलिए हम आपको बताते हैं RTO द्वारा बताए गए नियमों के बारे में ।
RTO को करें सूचित
सबसे पहले आपको अपनी कार को स्क्रैप करने से पहले आरटीओ को स्क्रैपिंग के बारे में एक मेल करना होगा। इसके बाद आरसी कॉपी और चेसिस नंबर, स्क्रैप डीलर का पूरा पता और उससे ली गई मंजूरी की कॉपी अपने रजिस्टर्ड आरटीओ को सौंपना होगा। इसे बाद आपकी कार को डी- रजिस्टर्ड कर दिया जाएगा। आसान भाषा में बोले तो, आपकी कार नष्ट होने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
कैसे करें रजिस्टर्ड वाहन स्क्रैपर्स से कॉन्टैक्ट
जब आप RTO से सर्टिफिकेट लगेंगे इसके बाद आपको रजिस्टर्ड स्क्रैपर के पास जाना होगा, जिसका पूरा पता आपने RTO को मेल में दिया था। आप राज्य सरकार की वेबसाइट पर रजिस्टर्ड वाहन स्क्रैपर्स की लिस्ट को देख सकते हैं। इसके बाद अपने सुविधा अनुसार नजदीकी स्क्रैप से अपॉइंटमेंट शेड्यूल कर सकते हैं।
कैसे करें अपनी कार को स्क्रैप के लिए तैयार
जब आप अपॉइंटमेंट शेड्यूल कर ले, इसके बाद जरूरी दस्तावेज के साथ स्क्रैपर को सौंपना पड़ता है। यहां कार के इंजन ऑयल, गियरबॉक्स ऑयल, एंटी-फ्रीज, हुड, दरवाजे, इंटीरियर, ड्राइवशाफ्ट, वायरिंग हार्नेस, वाहन पहचान संख्या (VIN) और फ्यूल टैंक जैसे पार्ट्स को अलग कर दिया जाता है। हालाकिं दूसरे पार्ट्स को दोबारा इस्तेमाल के लिए रख लिया जाता है, लेकिन वाहन पहचान संख्या (VIN) को स्क्रैपर्स छह महीने के लिए एक प्रूफ के लिए रख लेते हैं।
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