अगर नई कार ले रहे हैं तो जानें, नए सरकारी नियमों के अनुसार कौन से सिक्योरिटी फीचर्स हैं जरूरी
सिक्योरिटी फीचर्स कार में बहुत ज्यादा जरूरी होते हैं। आज हम आपको उन फीचर्स के बारे में बता रहे हैं जिन्हें सरकार ने अनिवार्य कर दिया है।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। सरकार ने रोड एक्सीडेंट के मद्देनजर कार निर्माता कंपनियों के लिए सभी कारों में कुछ खास सिक्योरिटी फीचर्स को शामिल करना अनिवार्य कर दिया है। इन सिक्योरिटी फीचर्स के जरिए कारें पहले के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित हो गई हैं और अब अंदर बैठे यात्रियों के लिए एक्सीडेंट के वक्त सुरक्षित रहना मुमकिन हो पाएगा। ऐसे में अगर आप कोई नई कार खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो उससे पहले इन सिक्योरिटी फीचर्स के बारे में जान लीजिए, जो आपकी नई कार में होने जरूरी हैं। वैसे तो हर कार निर्माता कंपनी इन फीचर्स को कारों में दे रही हैं, लेकिन अगर कोई कंपनी ऐसा नहीं करती है तो आप इन फीचर्स के बारे में जान लीजिए और बिना इन सेफ्टी फीचर्स वाली कार को खरीदिए ही नहीं। आइए जानते हैं कौन से हैं वो फीचर्स जिन्हें सरकार ने अनिवार्य किया हुआ है-
एयरबैग्स
वैसे तो कारों में एयरबैग्स काफी पहले से आते रहे हैं, लेकिन अभी तक ये अधिकतर कारों के टॉप मॉडल या महंगी कारों में ही आते रहे हैं। वहीं सरकार के द्वारा सेफ्टी फीचर्स को अनिवार्य करने के बाद अब सभी कारों में कम से कम एक ड्राइवर एयरबैग सभी कारों में देना अनिवार्य कर दिया गया है। एक्सीडेंट के वक्त टक्कर लगने पर एयरबैग ही सेफ्टी करता है और इससे चोट कम लगने और जान का जोखिम खत्म होता है। सरकार द्वारा सिर्फ एक ड्राइवर साइड एयरबैग को अनिवार्य किया हुआ है। अगर आप फ्रंट के दोनों एयरबैग चाहते हैं तो थोड़े पैसे अधिक खर्च करके इस फीचर का लाभ उठा सकते हैं।
एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम
एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम यानी कि (ABS) एक ऐसा खास फीचर है जो कि अचानक ब्रेक लगाने पर वाहन को फिसलने से बचाता है। इस सेफ्टी फीचर की मदद से ब्रेक लगने पर वाहन की रोड पर पकड़ मजबूत होती है और एक्सीडेंट होने का जोखिम कम हो जाता है। यह फीचर पहले भी वाहनों में दिया जाता था, लेकिन सरकार ने इस फीचर को सभी मॉडल की कारों में शामिल करना अनिवार्य कर दिया है।
सीट बेल्ट रिमाइंडर
सीट बेस्ट रिमाइंडर जैसा सेफ्टी फीचर पहले महंगी कारों में ही नजर आता था, लेकिन सरकार द्वारा इस सेफ्टी फीचर को सभी मॉडल की कारों में अनिवार्य करने के बाद यह स्टेंडर्ड फीचर केे तौर पर आ गया है। सीट बेल्ट एक्सीडेंट के वक्त कार के फ्रंट में बैठे यात्रियों की जान बचाने में मदद करती है। ऐसे में कई लोग सीट बेल्ट लगाना भूल जाते हैं तो इस फीचर के जरिए अलर्ट साउंड सुनाई देगा, जो कि याद दिलाएगा कि आपने सीट बेल्ट नहीं लगाई है। हमेशा सीट बेल्ट लगाकर ही ड्राइविंग करनी चाहिए।
रिवर्स पार्किंग अलर्ट सिस्टम
रिवर्स पार्किंग अलर्ट सिस्टम पहले सिर्फ महंगी कारों में दिया जाता था। वहीं अब इस फीचर को सभी कारों में देना अनिवार्य कर दिया गया है, जिसकी मदद से कार पार्क करते वक्त दुर्घटना होने की संभावना बहुत कम हो जाती है, क्योंकि कार को पार्क करते वक्त रिवर्स पार्किंग अलर्ट सिस्टम मदद करता है। और इसमें सेंसर और कैमरे की मदद से पीछे की दूरी की जानकारी मिल जाती है। वैसे तो यह सेफ्टी फीचर बहुत साधारण लगता है, लेकिन यह दुर्घटना को रोकता है।
स्पीड लिमिट रिमाइंडर
स्पीड लिमिट रिमाइंडर एक ऐसा सेफ्टी फीचर है जो कि आपको अधिक स्पीड में कार चलाने के बाद चेतावनी देना शुरू कर देता है। कई बार लोग किसी से रेस लगाने के चक्कर में या सड़क खाली देखने के बाद कार को अधिक रफ्तार में चलाने लगते हैं, जिसकी वजह से दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है। सरकार द्वारा इस सेफ्टी फीचर को सभी कारों में देना अनिवार्य कर दिया गया है।
मैनुअल ओवरराइड सिस्टम
मैनुअल ओवरराइड सिस्टम को इलेक्ट्रिक सिस्टम वाली कारों के साथ फिट किया जाएगा। यह यात्रियों को दुर्घटना या आग लगने की स्थिति में कार के अंदर फंसने से रोकने में मदद करेगा।
डिएक्टीवेशन ऑफ चाइल्ड लॉक
भारत में बेची जाने वाली सभी कारों के पिछले दरवाजों पर चाइल्ड सेफ्टी लॉक स्डेंटर्ड है, लेकिन सरकार ने कैब के लिए रियर डोर से चाइल्ड सेफ्टी लॉक को हटाना अनिवार्य कर दिया है।
इसके अलावा कार में वीएलटी एंड पेनिट बटन (Vlt & panic button), एचएसआरपी (HSRP), फुल फ्रंटेल इंपेक्ट (Full frontal impact), ऑफसेट फ्रंटेल इंपेक्ट (Offset frontal impact) और साइड इंपेक्ट (side impact) जैसे सिक्योरिटी फीचर्स शामिल करना भी जरूरी है।
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