2028 तक वर्ल्ड में नंबर वन पोजिशन पर जा सकता है भारतीय ऑटो बाजार, नितिन गडकरी ने किया दावा
इस समय देश के ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का आकार ₹7.5 लाख करोड़ है। गडकरी ने आगे कहा कि इंडस्ट्री ने अब तक 4.5 करोड़ नौकरियां पैदा की हैं और यह केंद्र और राज्य सरकारों को अधिकतम वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का भुगतान भी करता है।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दावा किया है कि पांच साल में भारत दुनिया का सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार बन जाएगा। इस समय भारत का ऑटो बाजार दुनिया भर में तीसरे नंबर पर है। जापान को पीछे छोड़ने के बाद इंडिया ने तीसरे पॉजिशन पर कब्जा जमाया है। इस समय पहले नंबर पर चीन है और दूसरे नंबर पर अमेरिका ने कब्जा जमाया हुआ है।
देश को ऑटो सेक्टर से कितना फायदा?
भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री और देश के दुनिया का सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार बनने की संभावना के बारे में बात करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि वर्तमान में देश के ऑटोमोबाइल उद्योग का आकार ₹7.5 लाख करोड़ है। गडकरी ने आगे कहा कि इंडस्ट्री ने अब तक 4.5 करोड़ नौकरियां पैदा की हैं, और यह केंद्र और राज्य सरकारों को अधिकतम वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का भुगतान भी करता है।
गडकरी ने किया दावा
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार बन जाएगा। देश का ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री 2028 तक 15 लाख करोड़ रुपये का हो जाएगा। हम नंबर वन पॉजिशन पर होगें, प्राइम मिनिस्टर नरेंद मोदी के सहयोग इंडस्ट्री की साइज 15 लाख करोड़ तक हो जाएगी।
देश की इकॉनमी में कितना योगदान
जैसा कि हम सब जानते हैं कि ऑटो सेक्टर एक ऐसा सेक्टर है, जो देश में सबसे अधिक टैक्स देने वाले सेक्टर्स में एक रहा है। गडकरी ने आगे कहा कि इस वृद्धि के साथ, भारतीय ऑटो उद्योग देश को भविष्य में एक सुपर आर्थिक शक्ति और दुनिया की नंबर एक अर्थव्यवस्था बनने में मदद करेगा। और देखते हैं देखते भारत चीन को आसानी से पीछे छोड़ देगा।