Ratna Jyotish: बेहद प्रभावशाली हैं ये 4 रत्न, धारण करने से बदल सकती है आपकी किस्मत
अगर आप कुंडली में ग्रहों की स्थिति के अनुसार, रत्न धारण करते हैं, तो इससे आपको विशेष लाभ मिलता है। आज हम आपको ऐसे 4 रत्नों के बारे में बताने जा रहे है ...और पढ़ें
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Ratna Jyotish आपके लिए 4 प्रभावशाली रत्न

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अभी पढ़ेंधर्म डेस्क, नई दिल्ली। रत्न ज्योतिष की मान्यताओं के अनुसार, आपको किसी रत्न का लाभ तभी मिलता है, जब आप इसे अपनी कुंडली का निरीक्षण कराने के बाद ज्योतिषीय सलाह लेकर धारण करते हैं। वहीं अगर आप गलत रत्न धारण कर लेते हैं, तो इससे आपको कई तरह की मुसीबतों का भी सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में हम आपको 4 प्रभावशाली रत्न और उनसे संबंधित कुछ नियम बताने जा रहे हैं।
पुखराज रत्न
पुखराज को बृहस्पति ग्रह से संबंधित माना जाता है। इस रत्न को धारण करने से जातक की कुंडली में बृहस्पति ग्रह की स्थिति मजबूत हो सकती है। इसके साथ ही अगर किसी जातक के विवाह में अड़चन आ रही हैं, तो उसे पुखराज धारण करने की सलाह दी जाती है।
पुखराज (yellow topaz) को धनु और मीन राशि के जातकों के लिए लाभकारी माना जाता है, क्योंकि इन राशियों के ग्रह स्वामी बृहस्पति हैं। इसे सोने की अंगूठी में जड़वाकर पहनना अधिक शुभ माना गया है।

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पन्ना रत्न
ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं के अनुसार, पन्ना को बुध ग्रह से संबंधित माना गया है, जो बुद्धि, व्यापार, और संवाद कौशल का प्रतिनिधि करते हैं। ऐसे में जिन लोगों की कुंडली में बुध ग्रह कमजोर होती है, उन्हें पन्ना रत्न (Emerald) पहनने की सलाह दी जाती है।
रत्न शास्त्र के अनुसार मिथुन और कन्या राशि वालों के लिए इस रत्न को धारण करना बहुत शुभ माना गया है, क्योंकि यह राशियां बुध ग्रह से संबंधित हैं। आप इसे चांदी या फिर सोने की अंगूठी में जड़वाकर पहन सकते हैं।

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फिरोजा रत्न
फिरोजा (Turquoise Gemstone) रत्न एक आसमानी नीला या हरे नीले रंग का पत्थर होता है, जिसे बृहस्पति (Jupiter) ग्रह से संबंधित माना गया है। इस रत्न को धारण करने से व्यक्ति को बुद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही इसे धारण करने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है और करियर में भी तरक्की के योग बनते हैं। इस रत्न को धनु और मीन राशि के जातकों के लिए लाभकारी माना गया है। फिरोजा रत्न को चांदी या पंचधातु से बनी अंगूठी में जड़ावकर धारण करना चाहिए।
नीलम रत्न

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ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं के अनुसार, नीलम का संबंध शनि ग्रह से माना गया है, जो कर्म अनुशासन और संघर्ष के कारक हैं। कुंडली में शनि की स्थिति मजबूत करने के लिए नीलम (Blue Sapphire) धारण करने की सलाह दी जाती है।
मुख्य रूप से यह नीलम, मकर और कुंभ राशि के जातकों के लिए सबसे ज्यादा लाभकारी माना गया है, क्योंकि इन दोनों राशियों पर शनि ग्रह के प्रभाव माना जाता है। इसे धारण करने से पहले यह जरूरी है कि आप किसी अनुभवी और योग्य ज्योतिषी से सलाह जरूर लें।
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