Dehradun News: बिजली कनेक्शन के लिए मांगी थी रिश्वत, विजिलेंस ने विद्युत विभाग के कर्मियों को रुपये लेते रंगे हाथों धरा
शिकायतकर्ती ने विजिलेंस को टोल फ्री नंबर 1064 पर शिकायत की कि उनके मकान को बने हुए 10 साल हो गये हैं। पहले मकान में बिजली मीटर का कनेक्शन उनके बेटे के नाम पर था। ऐसे में उन्होंने 22 फरवरी को अपने नाम से एक किलोवाट का नया बिजली कनेक्शन लेने के लिए अपने क्षेत्र के बिजली विभाग कार्यालय में आवेदन किया था...
जागरण संवाददाता, देहरादून। बिजली कनेक्शन के लिए रिश्वत मांगने वाले विद्युत विभाग के दो लाइनमैनों को विजिलेंस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। शिकायतकर्ती ने विजिलेंस को टोल फ्री नंबर 1064 पर शिकायत की कि उनके मकान को बने हुए 10 साल हो गये हैं।
पहले मकान में बिजली मीटर का कनेक्शन उनके बेटे के नाम पर था। ऐसे में उन्होंने 22 फरवरी को अपने नाम से एक किलोवाट का नया बिजली कनेक्शन लेने के लिए अपने क्षेत्र के बिजली विभाग कार्यालय में आवेदन किया था।
उन्होंने क्षेत्र के लाइनमैन शशेन्द्र सिंह रावत से संपर्क किया गया तो शशेन्द्र रावत अपने साथी प्रमोद के साथ उनके आवास पर आये। बताया कि आपका कनेक्शन तो निरस्त हो गया तथा दोबारा जल्दी कनेक्शन लगाने के नाम पर पांच हजार रुपये रिश्वत की मांग जा रही है।
शिकायत पर विजिलेंस टीम सैक्टर देहरादून ने गोपनीय जांच की तो प्रथम दृष्टया सही पाये जाने पर तत्काल ट्रैप टीम का गठन किया गया।
नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा
रविवार को लाइनमैन शशेन्द्र सिंह रावत और प्रमोद विद्युत विभाग, उपखंड मोहनपुर प्रेमनगर देहरादून को महेन्द्र चौक, प्रेमनगर देहरादून से शिकायतकर्ता से 4,500 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। निदेशक सतर्कता डा. वी0 मुरूगेशन ने ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
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