Uttarakhand Forest Fire: उत्तराखंड के झुलसते जंगलों पर कुदरत ने लगाया 'मरहम, 24 घंटे में जंगल की आग की कोई नई घटना नहीं
उत्तराखंड के झुलसते जंगलों पर आखिरकार कुदरत ने मरहम लगाया है। तमाम प्रयासों के बावजूद बेकाबू हो रही जंगल की आग वर्षा से शांत हो गई है। हालांकि बुधवार को रात तक प्रदेश में आग की 25 घटनाओं में करीब 52 हेक्टेयर वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा। इसके साथ ही इस सीजन में आग की घटनाएं 1063 के आंड़े को पार कर चुकी हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड के झुलसते जंगलों पर आखिरकार कुदरत ने मरहम लगाया है। तमाम प्रयासों के बावजूद बेकाबू हो रही जंगल की आग वर्षा से शांत हो गई है। हालांकि, बुधवार को रात तक प्रदेश में आग की 25 घटनाओं में करीब 52 हेक्टेयर वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा। इसके साथ ही इस सीजन में आग की घटनाएं 1,063 के आंकड़े को पार कर चुकी हैं।
मौसम के बदले मिजाज से उत्तराखंड को राहत मिली
वहीं 1,438 हेक्टेयर वन क्षेत्र जल चुका है। प्रदेश में बीते 24 घंटों में जंगल में आग लगने की कोई नई घटना नहीं हुई है। शासन ने केंद्र को अवगत कराया कि घटनाओं की सूचना मिलने पर त्वरित प्रतिक्रिया से ही जंगलों की आग पर नियंत्रण पाने में सफलता मिली है। बुधवार को मौसम के बदले मिजाज से उत्तराखंड को राहत मिली है।
खासकर पर्वतीय क्षेत्रों में हुई वर्षा ने जंगलों की आग बुझा दी। बीते एक माह से जंगल की आग प्रदेश सरकार और वन विभाग के लिए चुनौती बनी हुई थी। गुरुवार को केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला की अध्यक्षता में उत्तराखंड के जंगलों में आग की घटनाओं के संबंध में बैठक हुई।
आग की घटनाओं में लगातार कमी आई
बैठक में वर्चुअल रूप से उपस्थित मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि जंगलों की आग की घटनाओं में लगातार कमी आई है। आग से प्रदेश का कुल 0.1 प्रतिशत जंगल प्रभावित हुआ है। शासन-प्रशासन ने जंगलों की आग को रोकने के लिए अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल किया है।