Move to Jagran APP

पारिवारिक विवाद में हैवान बना चाचा, भतीजे का गला घोंटकर खेत में गाड़ा, 7 दिन बाद ऐसे मिला शव

Bihar Crime News बिहार के कटिहार में सात दिन पहले लापता कृष्ण उर्फ बंसी का शव मंगलवार रात मक्के के खेत से बरामद किया गया। कृष्ण की पारिवारिक विवाद में गला घोंटकर हत्या करने के बाद शव को खेत में गाड़ दिया गया था। पुलिस ने पिता की शिकायत पर बच्चे के चाचा दयाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।

By Rajeev Choudhary Edited By: Mohit Tripathi Published: Wed, 08 May 2024 08:59 PM (IST)Updated: Wed, 08 May 2024 08:59 PM (IST)
भतीजे का गला घोंट खेत में गाड़ा, सात दिन बाद शव बरामद। (सांकेतिक फोटो)

संवाद सूत्र, कदवा (कटिहार)। बिहार के कटिहार में पेलागढ़ गांव से सात दिन पूर्व लापता कृष्ण उर्फ बंसी का शव मंगलवार देर रात को मक्के के खेत से मिला है। पारिवारिक विवाद में गला घोंटकर हत्या करने के बाद उसके शव को गाड़ दिया गया था।

loksabha election banner

पुलिस ने पिता की शिकायत पर बच्चे के चाचा दयाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।  मामले में एक अन्य आरोपित मो. शाकिर की पूर्व में ही गिरफ्तारी की जा चुकी थी।

खलते समय लापता हो गया था बच्चा

बच्चा खेलने के दौरान घर से लापता हो गया था। कोई सुराग ना मिलता देख स्वजन ने थाने में बच्चे के अपहरण का मामला दर्ज कराया था।

गुरुवार, दो मई को पेलागढ़ निवासी गौरव कुमार सिंह का इकलौता नौ वर्षीय पुत्र बंसी शाम के समय घर से लापता हो गया था। काफी खोजबीन के बाद थाने में बच्चे के अपहरण का आरोप लगाते हुए केस किया गया था।

सात दिन बाद ऐसे हुई शव की बरामदगी

बच्चे के पिता गौरव ने शाकिर को साइकिल से बेटे को ले जाते हुए देखा था। पुलिस ने शाकिर को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन उसने कुछ नहीं बताया।

बाद में मामले के वैज्ञानिक अनुसंधान के दौरान पुलिस को कुछ सुराग हाथ लगे और उसने बच्चे के चाचा दुलाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया।

उसकी निशानदेही पर मक्के के खेत से शव बरामद किया गया।  पुलिस ने मामले के दोनों आरोपितों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

गांव में तैनात की गई पुलिस

किसी प्रकार की अनहोनी ना हो, इस कारण गांव में कई थानों की पुलिस बुलाई गई थी। बताया जा रहा है कि अपहरण के कुछ देर बाद ही चाचा एवं उसके सहयोगी ने गला घोंटकर बच्चे की हत्या कर दी थी।

थानाध्यक्ष ने क्या कहा?

थानाध्यक्ष सुजीत कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। दयाल सिंह इतना शातिर था कि खुद ऑटो पर बैठकर माइकिंग करते हु ए बच्चे की गुमशुदगी की सूचना प्रसारित करता था। वह पिछले छह दिनों से सभी को भरमा रहा था।

यह भी पढ़ें: 'रोहिणी आचार्य से लेकर संजय जायसवाल तक...' लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे ये धुरंधर डॉक्टर

'रोहिणी आचार्य सिर्फ मुखौटा हैं, असली चेहरा तो...', ये क्या बोल गए नीतीश कुमार के सांसद


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.