Bihar Crime News: प्रतिबंधित 676 तोतों के साथ तस्कर समेत तीन गिरफ्तार... एक फरार, मुकदमा दर्ज
बुधवार की रात उत्तरप्रदेश वन विभाग और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने तिनकोनिया रेंज के नंदानगर अंडरपास से तीन तस्करों को गिरफ्तारी की है। इनसे प्रतिबंधित 676 तोते (रोज-रिंग पैराकीट) बरामद किए गए और तस्करों की पहचान गोरखपुर के राजघाट थाना क्षेत्र के छोटे काजीपुर निवासी रईस अहमद एवं रायगंज निवासी मो. इम्तियाज और पटना के आलमगंज थाना क्षेत्र मिस्का टोला निवासी मंसूर आलम के रूप में हुई।
जागरण टीम, गोरखपुर/पटना। उत्तरप्रदेश वन विभाग और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने बुधवार की रात तिनकोनिया रेंज के नंदानगर अंडरपास से तीन तस्करों को गिरफ्तार किया। इनके पास से प्रतिबंधित 676 तोते (रोज-रिंग पैराकीट) बरामद किए गए।
तस्करों की पहचान गोरखपुर के राजघाट थाना क्षेत्र के छोटे काजीपुर निवासी रईस अहमद एवं रायगंज निवासी मो. इम्तियाज और पटना के आलमगंज थाना क्षेत्र मिस्का टोला निवासी मंसूर आलम के रूप में हुई। इनका एक साथी शमसाद मौके से फरार हो गया। तीनों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
रईस पहले भी जा चुका है जेल
तस्करों में रईस अहमद सरगना है, जो अपने गिरोह के माध्यम से बहराइच समेत अन्य जगहों से तोते पकड़ उन्हें पिंजरे में रखकर पटना में बेचता था। एक जोड़ी तोते के बदले इसे 600 रुपये मिलते थे।
रईस पहले भी तस्करी में कई बार जेल जा चुका है। प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) विकास यादव को वाइल्ड लाइफ कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली से सूचना मिली थी कि गोरखपुर वन प्रभाग क्षेत्र से तोतों की तस्करी की जा रही है।
पुलिस ने पकड़ी बोलेरो
तस्कर बिहार से खाली पिंजरे लेकर पहुंच रहे हैं। इसके बाद प्राइवेट गाड़ी से उन्हें लेकर बिहार जा रहे हैं। सूचना के आधार पर उप वनाधिकारी हरेंद्र सिंह के नेतृत्व में तिनकोनिया रेंजर लव सिंह व एसटीएफ के डिप्टी एसपी प्रमेश कुमार शुक्ल की टीम ने संयुक्त रूप से घेराबंदी की और नंदानगर अंडरपास के पास जा रही एक बोलेरो पकड़ी।
टीम ने बोलेरो में रखे आठ पिंजरों में बंद 676 तोतों के साथ तीन तस्करों को दबोचा। इनके पास दो मोबाइल फोन, एक की-पैड और 13 हजार 300 रुपये नकद बरामद हुए।
तस्करों ने पूछताछ में ये बताया
वहीं, पटना के आलमगंज थाना क्षेत्र के मिस्का टोला निवासी शमशाद फरार हो गया। उप वनाधिकारी हरेंद्र सिंह ने बताया कि तस्करों ने पूछताछ में बताया है कि वह सात-आठ वर्षों से सीतापुर, लखीमपुर खीरी, बलरामपुर व मध्य प्रदेश से प्रतिबंधित तोतों को पकड़ते थे।
गोरखपुर स्थित रईस के घर में तोतों की पिंजरे में पैकिंग कर निजी गाड़ी से दूसरे राज्यों में ले जाकर बेच देते थे। डिप्टी रेंजर ने बताया कि एक वर्ष पहले भी रईस को बोलेरो और तोतों के साथ गिरफ्तार किया गया था, लेकिन ढाई लाख जुर्माने पर न्यायालय से उसे जमानत मिल गई थी।
कुछ दिन पहले रईस को सीतापुर वन प्रभाग की टीम ने भी गिरफ्तार किया था, लेकिन 15 दिन में जमानत पर बाहर आ गया था।
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