संजय राउत का दावा- मोदी-शाह और फडणवीस ने लोकसभा चुनाव में गडकरी की हार के लिए काम किया, BJP ने किया तगड़ा पलटवार
Maharashtra Politics शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने रविवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय मंत्री अमित शाह और देवेंद्र फडनवीस ने लोकसभा चुनाव में नितिन गडकरी की हार के लिए काम किया। राउत ने आरोप लगाया कि फडणवीस ने अनिच्छा से नागपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे गडकरी के लिए प्रचार किया क्योंकि उन्हें एहसास हो गया था कि केंद्रीय मंत्री को हराया नहीं जा सकता।
पीटीआई, मुंबई। Lok Sabha Election 2024: शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने रविवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने लोकसभा चुनाव में नितिन गडकरी की हार के लिए काम किया।
राउत ने आरोप लगाया कि फडणवीस ने अनिच्छा से नागपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे गडकरी के लिए प्रचार किया, क्योंकि उन्हें एहसास हो गया था कि केंद्रीय मंत्री को हराया नहीं जा सकता। नागपुर दोनों बीजेपी नेताओं का गृह जिला है। उन्होंने शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में एक लेख में कहा,
मोदी, शाह और फडनवीस ने नागपुर में गडकरी की हार के लिए काम किया। जब फड़नवीस को एहसास हुआ कि उन्हें हराया नहीं जा सकता तो वे अनिच्छा से गडकरी के लिए अभियान में शामिल हो गए। नागपुर में आरएसएस के लोग खुलेआम कह रहे हैं कि फडनवीस ने गड़करी को हराने में विपक्ष की मदद की।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हर निर्वाचन क्षेत्र में 25-30 करोड़ रुपये बांटे थे और उनकी मशीनरी ने अजित पवार के नेतृत्व वाले राकांपा के उम्मीदवारों को हराने के लिए काम किया।
योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अगर लोकसभा चुनाव के बाद मोदी-शाह सरकार सत्ता में लौटती है तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को बदल दिया जाएगा। महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल से 20 मई तक पांच चरणों में चुनाव हो चुके हैं।
दावों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राज्य भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि राउत भ्रमपूर्ण हो गए हैं। भाजपा एक पार्टी नहीं बल्कि एक परिवार है। जिन लोगों ने हमेशा गुटबाजी की राजनीति की है, वे पारिवारिक बंधनों को कभी नहीं समझेंगे।
मोदी, शाह, योगी आदित्यनाथ, गडकरी और फडनवीस भाजपा के परिवार का हिस्सा हैं। हम हमेशा राष्ट्र के सिद्धांत पर काम करते हैं। पहले देश, फिर पार्टी और आखिरी में खुद। बावनकुले ने कहा कि राउत के लिए राकांपा (एससीपी) प्रमुख शरद पवार हमेशा पहले आते हैं, उनके हित और उद्धव ठाकरे सबसे बाद में आते हैं।अगर राउत में साहस है तो उन्हें एक कॉलम लिखना चाहिए कि उन्होंने 2019 में मुख्यमंत्री बनने की कोशिश कैसे की, जब अविभाजित शिवसेना ने राकांपा और कांग्रेस से हाथ मिलाया था।