जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : Rudrapur Crime: बैग बेचने के बहाने वीरान घर देखकर आरोपित दबे पांव घुसा और मासूम बेटी का मुंह दबाकर गोद में लेकर भागने लगा। इसकी खबर जब लोगों को लगी तो उन्होंने उसे दौड़ा लिया। खुद को घिरता देख आरोपित मासूम को पकटकर भागने लगा, लेकिन लोगों ने तत्परता दिखाते हुए उसे दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस ने आरोपित के विरुद्ध अपहरण का मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेल दिया गया।
आदर्श इंदिरा बंगाली कालोनी निवासी शीला बढ़ोई पत्नी मंगल बढोई ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि वह और उसके पति मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं।
पुलिस की लचर कार्यशैली से नाराज
मंगलवार अपराह्न करीब दो बजे उसकी ढाई वर्षीय पुत्री परी घर में सो रही थी। वह लोग बाहर थे। कुछ देर के बाद घर के बाहर कुछ लोग ने शोर-शराबा करते हुए बताया कि कोई परी का अपहरण करके भाग रहा है।
स्थानीय लोगों ने जब पीछा किया तो करीब 200 मीटर आगे भाग रहे आरोपित ने परी को गली में पटक दिया और अकेला भागने लगा। लोगों ने तत्परता दिखाते हुए उसे घेर कर पकड़ लिया। इसके आरोपित को कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया। स्थानीय लोग पुलिस की लचर कार्यशैली से नाराज दिखे। आरोपित को पकड़ने के बाद पुलिस को सूचित किया गया, लेकिन मौके पर कोई नहीं पहुंचा।
पूछताछ में आरोपित ने अपना नाम परवेश पुत्र इशरार मूल निवासी बहेड़ी, बरेली और हाल निवासी प्रीत विहार बताया। मामले से बुधवार को पुलिस क्षेत्राधिकारी निहारिका मेहरा ने कोतवाली में पर्दाफाश करते हुए बताया कि आरोपित नशे का आदी है। अब तक उसने अपहरण करने का उद्देश्य नहीं बताया है।
पूछताछ की जा रही है। बताया कि मामला मानव तस्करी और किसी ग्रुप का भी हो सकता है। हर बिंदु से जांच की जा रही है। पुलिस ने आरोपित का मेडिकल कराकर कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे कोर्ट के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया है।