Bijli Cut: यूपी के इस शहर में 33 घंटे परेशान रहे लोग, यहां चिलचिलाती गर्मी में बिजली मिली न पानी
नैनी के खरकौनी गांव स्थित संगम बिहार कालोनी में सोमवार सुबह 10 बजे बिजली चली गई। वहां 100 केवीए का ट्रांसफार्मर खराब होने से यह समस्या आई। पानी के लिए लोग डिब्बे बाल्टियां लेकर इधर-उधर भागते रहे। संगम बिहार कालोनी में अरैल उपकेंद्र से बिजली की आपूर्ति होती है। यहां महज 100 केवीए का ट्रांसफार्मर लगा है। इससे 300 घरों में ही रोशनी हो पाती है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। भरद्वाजपुरम के आधा दर्जन बड़े मुहल्लों और नैनी के संगम विहार कालोनी में बिजली, पानी का घोर संकट रहा। भीषण गर्मी में समस्या से हजारों लोग बिलबिला उठे। भरद्वाजपुरम के लोहा पार्क में ट्यूब वेल की मोटर फुंक गई, करीब एक हजार घरों में दिन भर पानी नहीं आया। जबकि नैनी के संगम विहार कालोनी के 300 घरों में 33 घंटे तक बिजली नहीं रही, इससे जल संकट भी रहा।
इस परेशानी के चलते लोगों के दैनिक कामकाज प्रभावित हो गए। टैंकरों से पानी की आपूर्ति होने पर कुछ राहत मिली। भरद्वाजपुरम (अल्लापुर) के लोहा पार्क में ट्यूबवेल खराब होने से शिवनगर कालोनी, न्यू सोहबतियाबाग, रामानंद नगर, संजय नगर, भरद्वाजपुरम में सुबह और शाम को नलों से पानी की आपूर्ति नहीं हुई। घरों में भोजन बनाने में परेशानी हुई, बाथरूम की टंकियां तक खाली हो गईं।
स्थानीय लोग लोहा पार्क पहुंच गए तो पता चला कि ट्यूबवेल की मोटर जल गई है। न्यू सोहबतिया बाग निवासी टीपी श्रीवास्तव, संजय नगर की रहने वाली कलावती ने बताया कि पीने के लिए पानी खरीदना पड़ा। दोपहर बाद जलकल ने टैंकरों से पानी भेजा। उधर डंडिया मार्ग पर लगे ट्यूबवेल की केबिल जल जाने से वहां भी घंटों पानी की आपूर्ति नहीं हुई।
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बिजली विभाग के कर्मचारियों ने आकर केबिल बनाई तो ट्यूबवेल चला। क्षेत्रीय पार्षद शिवसेवक सिंह ने बताया कि ट्यूबवेल बनाने के लिए कर्मचारी पहुंचे हैं, पानी का संकट रहा लेकिन टैंकर भेजकर लोगों को राहत पहुंचाई गई।
सोमवार को गई बिजली मंगलवार शाम आई
नैनी के खरकौनी गांव स्थित संगम बिहार कालोनी में सोमवार सुबह 10 बजे बिजली चली गई। वहां 100 केवीए का ट्रांसफार्मर खराब होने से यह समस्या आई। इससे नलकूप से पानी आपूर्ति भी ठप रही। पानी के लिए लोग डिब्बे, बाल्टियां लेकर इधर-उधर भागते रहे। संगम बिहार कालोनी में अरैल उपकेंद्र से बिजली की आपूर्ति होती है। यहां महज 100 केवीए का ट्रांसफार्मर लगा है। इससे 300 घरों में ही रोशनी हो पाती है।
सोमवार को खराब हुए इस ट्रांसफार्मर की मरम्मत के लिए उसे खंभे से उतारा गया। देर शाम दूसरा ट्रांसफार्मर लगाया गया। चार्ज करने के बाद बिजली कर्मियों ने उसे चालू किया तो तेज आवाज के साथ उसमें भी खराबी आ गई। दूसरा ट्रांसफार्मर मंगाकर लगाया गया तो मंगलवार शाम लोगों को बिजली मिली और नल से पानी आया।
खरीदना पड़ा वाटर केन
संगम विहार कालोनी में लोगों को केन वाटर खरीदना पड़ा। वाटर केन के लिए दो किलोमीटर दूर जाना पड़ा। मंगलवार सुबह तो हालत यह हो गई कि वाटर केन वाले के यहां भी स्टाक खत्म हो गया। लोग वाटर केन के लिए छिंवकी तक गए।
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ट्रिपिंग ने उड़ाई कई मुहल्ले के लोगों की नींद
शहरी क्षेत्र में 24 घंटे बिजली देने का दावा सिर्फ कागजों तक ही सीमित होकर रह गया है। बिजली की ट्रिपिंग से कई क्षेत्रों में 20 घंटे भी ठीक से बिजली नहीं मिल पा रही है। सोमवार रात करीब 10 बजे से जीटीबी नगर, गौस नगर, तिरंगा चौराहा, ट्रांसपोर्ट नगर, शीशमहल, अटाला, सदियाबाद, चमेली बाई धर्मशाला आदि क्षेत्र में बिजली बार-बार कटती रही।
इससे लोग चैन से सो नहीं सके। फाफामऊ प्रतिनिधि के अनुसार बाजार, फाफामऊ गांव, पीडीए कालोनी, गद्दोपुर, महावीरपुरम कालोनी, गंगा बिहार कालोनी आदि क्षेत्र में सोमवार रातभर बिजली की आवाजाही बनी रही। इससे उमस भरी गर्मी में लोग परेशान हो गए। न्यू फाफामऊ विद्युत उपकेंद्र के अवर अभियंता वीपी राय ने बताया कि ओवरलोड के चलते लाइनें ट्रिप हो रही थीं।